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वाराणसी
काशी की ह्रदय स्थली गोदौलिया पहुंचने के लिए एक और सड़क का चौड़ीकरण किया जाएगा। रथयात्रा और गोदौलिया चौराहे पर रोपवे स्टेशन बनने के साथ यहां पर्यटकों की भीड़ और बढ़ जाएगी। श्रीकाशी विश्वनाथ धाम में दर्शनार्थियों की बढ़ती भीड़, सड़क पर जाम लगने और पर्यटकों की समस्याओं को दूर करने के लिए लोक निर्माण विभाग ने रथयात्रा चौराहे से गोदौलिया चौराहे तक 18 मीटर चौड़ी सड़क बनाने का मसौदा तैयार किया है।
लोक निर्माण विभाग ने जिला प्रशासन से मुहर लगने के बाद प्राथमिक डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) मुख्यालय भेज दिया है। जल्द ही कैबिनेट की मुहर लगने के साथ लोक निर्माण विभाग 10.50 मीटर चौड़ी सड़क को 18 मीटर करने का काम शुरू करेगा। दोनों तरफ सड़क चौड़ी करने की जद में आ रहे यूटिलिटी शिफ्टिंग, जमीन व मकान का मुआवजा और सड़क बनाने में 202.50 करोड़ रुपये खर्च होंगे।
श्रीकाशी विश्वनाथ धाम का विस्तार होने के साथ काशी में पर्यटकों की संख्या कई गुना अधिक हो गई है। विशेष अवसरों पर भीड़ के चलते सड़क पर दो कदम चलना मुश्किल हो जाता है। प्रयागराज महाकुंभ में आए दर्शनार्थियों की भीड़ काशी पहुंचते ही यातायात व्यवस्था बिगड़ गई थी। कमिश्नरेट पुलिस ने हाईवे व रिंग रोड और बाहर के जिलों से आती भीड़ को रोककर व्यवस्था संभाली थी।
रोपवे स्टेशन के लिए रथयात्रा चौराहे के पास 50 मीटर तक सड़क चौड़ी की गई है, इसके बाद गुरुद्वारा तक सड़क कम चौड़ी है। वनवे होने के बाद भी दिनभर जाम की स्थिति बनी रहती है। इस बीच कई कालोनियों के लोगों को आने-जाने में चुनौतियों का सामना करना पड़ता है। लक्सा थाने के पास लगता है जाम श्रीकाशी विश्वनाथ धाम, गंगा आरती व स्नान और नौका विहार करने के लिए पहुंच मार्ग रथयात्रा चौराहे से गोदौलिया भी है। कुछ स्थानों पर सड़क 10 से 13 मीटर चौड़ी है जिससे जाम की स्थिति बनी रहती है।
लक्सा थाना के आसपास वाहनों के पार्क होने से भी जाम की स्थिति बनी रहती है। यूं कह सकते हैं लक्सा थाने का कुछ हिस्सा सड़क पर होने से आवागमन सुगम नहीं होता है। लोक निर्माण विभाग ने अपनी प्राथमिक रिपोर्ट में इन समस्याओं को उठाया है। जिला प्रशासन को अंतिम निर्णय लेना है।
कई बार बनी योजना
रथयात्रा चौराहे से गोदौलिया के बीच सड़क चौड़ीकरण को लेकर कई बार योजना बनी। नगर निगम, वाराणसी विकास प्राधिकरण और लोक निर्माण विभाग अलग-अलग योजना बनाने के साथ जद में आ रहे मकानों को तोड़ा भी। राजनीतिक प्रभाव के चलते योजना आगे नहीं बढ़ सकी, लेकिन इस बार जनप्रतिनिधियों से सुझाव लेकर योजना बनाई गई है। ऐसे में लोक निर्माण विभाग का मनाना है कि सड़क चौड़ीकरण में कोई बाधा नहीं आएगी।
एक नजर में योजना
लागत- 202.50 करोड़ रुपये
लंबाई- 1460 मीटर
प्रस्तावित चौड़ाई- 18 मीटर
वर्तमान चौड़ाई- 10.50 मीटर
सिविल कार्य- 15 करोड़ रुपये
यूटिलिटी शिफ्टिंग- 7.50 करोड़
भूमि लागत- 180 करोड़