इंदौर |
इंदौर से लखनऊ के बीच वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन चलाने की मांग जोर पकड़ती जा रही है। इंदौर के डेली रूटीन यात्री संगठनों ने यह मांग की है। दरअसल, भोपाल और लखनऊ के बीच सप्ताह में छह दिन वंदे भारत एक्सप्रेस चलाने का प्रस्ताव रेलवे के पास विचाराधीन है। कहा जा रहा है कि जून अंत तक यह ट्रेन शुरू हो सकती है।
भोपाल से लखनऊ के लिए विचाराधीन वंदे भारत ट्रेन को ही इंदौर से चलाने की मांग की जा रही है। इस मामले को लेकर सांसद शंकर लालवानी का भी कहना है कि रेलवे बोर्ड को इस सुझाव पर गंभीरता से विचार करना चाहिए। बता दें कि भोपाल-लखनऊ के बीच लगभग 26 ट्रेनें चलती हैं। इनमें कुछ सुपर फास्ट एक्सप्रेस हैं। इनमें यात्रा का समय 10 से 14 घंटे तक है।
इंदौर से लखनऊ के लिए 4 ट्रेन
इंदौर से लखनऊ के बीच केवल चार साप्ताहिक श्रेणी की ट्रेनें उपलब्ध हैं। इनमें सप्ताह में दो दिन महाकाल एक्सप्रेस और इंदौर एक्सप्रेस, वहीं डॉ. अंबेडकर नगर-कामाख्या एक्सप्रेस और इंदौर-पटना एक्सप्रेस सप्ताह में एक दिन चलती हैं। इन ट्रेनों में यात्रा का समय 15 से 16 घंटे है। इतनी कम ट्रेनों के कारण इनमें सालभर वेटिंग की समस्या बनी रहती है। विशेष रूप से त्योहारी सीजन (दिवाली, छठ, और अन्य अवसरों) के दौरान वेटिंग 300 या उससे अधिक तक पहुंच जाती है। ऐसे में भोपाल से चलने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस को इंदौर तक बढ़ा दिया जाए, तो इंदौर-भोपाल का यात्रा समय भी कम होगा और इंदौर-लखनऊ के यात्रियों को अतिरिक्त प्रीमियम ट्रेन मिल जाएगी। इस रूट पर 10 से 12 घंटे में यात्रा पूरी हो सकती है।
इंदौर की चारों ट्रेन में 100 से 150 तक वेटिंग
वंदे भारत एक्सप्रेस 564 सीटों के साथ चलेगी। इसका प्रीमियम किराया भीड़ पर कंट्रोल रखेगा। कन्फर्म टिकट प्राप्त करना भी आसान होगा। इंदौर से चलने पर इंदौर-भोपाल का यात्रा समय भी कम होगा और इंदौर-लखनऊ के यात्रियों को अतिरिक्त प्रीमियम ट्रेन मिल जाएगी। पर्याप्त यात्री मिलेंगे, क्योंकि इस समय भी यहां से लखनऊ तरफ जाने वाली चारों ट्रेन में 100 से 150 तक वेटिंग चल रही है। इसके अलावा इस ट्रेन के माध्यम से न केवल लखनऊ बल्कि बीना, झांसी और कानपुर जैसे प्रमुख शहरों को भी इंदौर से कनेक्टिविटी मिल जाएगी।