शिलान्यास कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सांसद रवि किशन ने कहा कि परमहंस योगानंद की जन्मस्थली पर स्मारक बनाने की मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की पहल की गूंज अमेरिका तक जाएगी।
उन्होंने कहा कि फिल्मों की शूटिंग के दौरान उन्हें यह देखने को मिला है कि योगानंद जी के अनुयायी अमेरिका सहित समूची दुनिया में हैं। ऐसे में योगानंद की जन्मभूमि के विकसित हो जाने के बाद दुनिया भर के पर्यटक इस तीर्थ स्थल पर आएंगे और अपने गुरु की जन्मस्थली पर शीश नवाएंगे।

योगानंद के अनुयायियों मिल रहा बड़ा उपहार: स्वामी ईश्वरानंद

कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का स्वागत करते हुए योगदा सत्संग साेसाइटी आफ इंडिया के महासचिव स्वामी ईश्वरानंद ने कहा कि मुख्यमंत्री ने दुनिया भर में रहने वाले परमहंस योगानंद जी के शिष्यों व अनुयायियों को एक तीर्थस्थान का बड़ा उपहार दिया है।

परमहंस योगानंद की जन्मस्थली पर स्मारक बनवाने का निर्णय लेकर मुख्यमंत्री ने परमहंस योगानंद जी के अनुयायियों को प्रफुल्लित कर दिया है। स्वामी ईश्वरानंद ने परमहंस योगानंद की जीवन यात्रा पर प्रकाश डालते हुए कहा कि उनका जन्म 5 जनवरी 1893 को गोरखपुर के इसी स्थल पर हुआ, जहां स्मारक बनने जा रहा है।
उनके बचपन का नाम मुकुंद घोष था। विश्व को क्रिया योग सिखाने में उनका अविस्मरणीय योगदान है। उन्होंने बतया कि योगानंद जी की आत्मकथा एन आटोबायोग्राफी आफ अ योगी सर्वाधिक बिकने और पढ़ी जाने वाली पुस्तकों में से एक है।

परियोजना का प्रारूप देखा, डेढ़ वर्ष में पूरा करने का दिया लक्ष्य

‘श्री परमहंस योगानंद जन्मस्थली स्मृति भवन’ का वैदिक मंत्रोच्चार के बीच भूमि पूजन और शिलान्यास करने के बाद मुख्यमंत्री ने मौके पर इस पर्यटन विकास परियोजना के मॉडल, लेआउट, ड्राइंग मैप का अवलोकन किया।

अधिकारियों ने स्मृति भवन के अलग-अलग तल पर बनने वाली व्यवस्थाओं और उपलब्ध होने वाली सुविधाओं की जानकारी मुख्यमंत्री को दी। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि पूर्ण गुणवत्ता के साथ योग मंदिर के निर्माण कार्य को डेढ़ वर्ष में अवश्य पूरा कर लिया जाए।