सिंगरौली| केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) इकाई एनसीएल सिंगरौली ने आज, 79वां स्वतंत्रता दिवस, अत्यंत उत्साह और राष्ट्रभक्ति की भावना के साथ मनाया। इस पावन अवसर पर ध्वजारोहण, भव्य परेड और विविध सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया, जिसने सभी उपस्थित लोगों के मन में देश प्रेम का संचार किया।
समारोह का शुभारंभ इकाई के क्वार्टर गार्ड पर उप कमांडेंट श्री सुशांत गायकवाड़ द्वारा ध्वजारोहण के साथ हुआ। तत्पश्चात, इकाई प्रभारी, कमांडेंट श्री खिल्लारे एस.पी. ने कमांडेंट कार्यालय में राष्ट्रीय ध्वज का ध्वजारोहण किया। इस गरिमामयी क्षण में, सीआईएसएफ की सुसज्जित टुकड़ी ने राष्ट्रीय ध्वज को सम्मानपूर्वक ‘राष्ट्रीय सैल्यूट’ दिया।
कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण डी.ए.वी. स्कूल, अमलोरी के वसुंधरा स्टेडियम में आयोजित भव्य परेड रही। परेड कमांडर निरीक्षक श्रीमती सुमन कुमारी और परेड टू आई.सी. उप निरीक्षक श्री अभिषेक सिंह के कुशल नेतृत्व में, सीआईएसएफ के सुरक्षा विंग और फायर विंग के एक-एक प्लाटून तथा डी.ए.वी. स्कूल और सरस्वती स्कूल के छात्र-छात्राओं के प्लाटून ने प्रभावशाली मार्चपास्ट किया। इस परेड में डी.ए.वी. स्कूल और सरस्वती स्कूल के छात्र-छात्राओं की भागीदारी समारोह में चार चांद लगा दिए।
इस गौरवपूर्ण आयोजन के मुख्य अतिथि अमलोरी परियोजना के एरिया जी.एम., श्री आलोक कुमार थे, जबकि कमांडेंट श्री खिल्लारे एस.पी. और परियोजना के अन्य वरिष्ठ अधिकारी विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित थे।
परेड के पश्चात, स्कूली बच्चों द्वारा एक मनमोहक सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया गया, जिसमें देशभक्ति गीतों और नृत्यों सहित विभिन्न प्रकार के कार्यक्रम आयोजित किए जिसने सभी का हृदय जीत लिया। इसके अतिरिक्त, सीआईएसफ के प्रधान आरक्षक गुलशन कुमार के कुशल नेतृत्व में सीआईएसएफ के जवानों ने साइलेंट ड्रिल तथा ब्लाइंड वेपन ड्रिल पर शानदार डेमोस्ट्रेशन (प्रदर्शन) भी प्रस्तुत किया। सीआईएसएफ के जवानों द्वारा प्रस्तुत किए गए इस तरह के प्रदर्शन का महत्व केवल मनोरंजन तक सीमित नहीं है, बल्कि यह उनकी पेशेवर दक्षता, अनुशासन और उच्चस्तरीय प्रशिक्षण को दर्शाता है। ये प्रदर्शन यह दर्शाते हैं कि सीआईएसएफ के जवान किसी भी आपातकालीन स्थिति का सामना करने के लिए कितने तैयार हैं। चाहे वह साइलेंट ड्रिल हो, जो जवानों के बीच शानदार तालमेल और बिना बोले भी काम करने की क्षमता दिखाती है, या फिर ब्लाइंड वेपन ड्रिल हो, जो अंधेरे या तनावपूर्ण स्थितियों में भी अपने हथियार को संभालने एवं प्रभावशाली ढंग से इस्तेमाल करने की उनकी निपुणता को दर्शाती है। ये सभी प्रदर्शन दर्शकों के मन में सुरक्षा बलों के प्रति विश्वास और सम्मान बढ़ाते हैं, उन्हें यह महसूस कराते हैं कि देश की सुरक्षा मजबूत हाथों में है।
मुख्य अतिथि श्री आलोक कुमार ने अपने संबोधन में अमलोरी परियोजना के सफल संचालन में सीआईएसएफ की महत्वपूर्ण भूमिका की सराहना करते हुए उन्हें परियोजना की सफलता में बराबर का भागीदार बताया। कमांडेंट श्री खिल्लारे एस.पी. ने परेड और डेमोस्ट्रेशन में भाग लेने वाले सभी प्रतिभागियों को उनके कठोर परिश्रम और शानदार प्रदर्शन के लिए बधाई दी।
पूरे समारोह के दौरान, आयोजन स्थल पर चाक-चौबंद सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित की गई थी, जिससे यह भव्य आयोजन शांतिपूर्ण और सुरक्षित तरीके से संपन्न हुआ।
यह पूरा आयोजन देशभक्ति और एकता की भावना को प्रदर्शित करता हुआ सफलतापूर्वक संपन्न हुआ।