होने वाले दामाद के साथ रहने की जिद पर अड़ी महिला का दिल पत्थर का हो गया। गुरुवार को अपने बिलखते बच्चों के हाथ जोड़कर मनाने पर भी न पिघला। पति और बच्चों के कहने पर भी घर जाने को तैयार न हुई।
दिनभर थाने में पंचायत चली। पूरे गांव की महिलाएं समझाने में लगीं। हर वह रिश्तेदार बुलाया गया, जिसे वह बहुत मानती थी, पर आज सब बेगाने हो गए। पति ने तलाक देने से इनकार कर दिया है। परिवार को टूटने से बचाने की खातिर फिर से अपनाने को तैयार है।
सपना को वन स्टॉप सेंटर भेजा गया
पुलिस ने काउंसलिंग के लिए उसे वन स्टॉप सेंटर भेजा है, होने वाला दामाद थाने में है। सपना और उसका होने वाला दामाद राहुल को थाने में अलग-अलग रखा गया। दोनों छह अप्रैल को भाग गए थे। 10 दिन बाद बुधवार को अचानक दादों थाने पहुंचे थे। इसके बाद से ही दोनों के समझाने के प्रयास किए जा रहे हैं।
गुरुवार की सुबह से ही गांव के लोग एकत्रित हो गए। दोपहर बारह बजे ट्रैक्टर-ट्राली से गांव की महिलाएं भी थाने पहुंच गई। पुलिस ने थाने के मीटिंग हाल में सपना से सबको मिलवाया। अपने दोनों भाइयों को लेकर सपना की वह बेटी भी आई, जिसकी शादी राहुल से 16 अप्रैल को होनी थी। उसने भी मां को समझाया।
दोनों बेटे हाथ जोड़कर खड़े हो गए। पति जितेंद्र सहित सबने घर चलने के लिए मनाया। मगर, सपना अपने निर्णय पर अड़ी रही। बोली, बदनामी बहुत हो चुकी है। अब जिंदा रहूंगी तो बस राहुल के साथ। शाम के छह बजे तक कोई परिणाम न निकला तो पति, रिश्तेदार और गांव के लोग बच्चों को लेकर चले गए।
सीओ महेश कुमार ने बताया कि पारिवारिक मामला होने के चलते महिला की काउंसलिंग कराई जा रही है। महिला के पति ने होने वाले दामाद पर जो आरोप लगाए हैं, उनकी भी जांच कराई जा रही है। जांच व काउंसिलिंग पूरी होने के बाद आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।
दिनभर बेटे का इंतजार करते रहे ओमवीर
राहुल के पिता ओमवीर सिंह कोर्ट में दिनभर बेटे का इंतजार करते रहे। उन्हें उम्मीद थी कि पुलिस उसे पेश करेगी। उन्होंने बताया कि दोनों क्या फैसला लेते हैं वह हमें मंजूर रहेगा। राहुल की बुआ मालवती ने दोनों को अपनाने की बात कही है।