राजस्थान में मानसून की विदाई से पहले एक बार फिर जोरदार बारिश की वापसी हो रही है। मौसम विभाग ने राज्य के दक्षिणी और पश्चिमी हिस्सों के लिए भारी से अति भारी बारिश का चेतावनी-सूचक येलो अलर्ट जारी किया है। विशेषकर कोटा, उदयपुर, जोधपुर और बीकानेर संभाग में आने वाले दिनों में आसमान से राहत नहीं, बल्कि आफत बरसने के संकेत मिल रहे हैं।
कोटा में अब तक 1200 मिमी से ज्यादा बारिश
कोटा में इस मानसून सीजन में बारिश का आंकड़ा 1208.8 मिमी तक पहुंच चुका है, जो सामान्य से कहीं अधिक है। बुधवार को अधिकतम तापमान 32.5 डिग्री और न्यूनतम 24.8 डिग्री दर्ज किया गया। साथ ही 6.4 मिमी वर्षा ने मौसम को और अधिक नम बना दिया है।
बूंदी, बारां और झालावाड़ में भी तेज़ बारिश
बूंदी के हिण्डोली में सुबह के समय तेज़ बारिश हुई, वहीं बारां के छबड़ा में शाम को पानी इतना बरसा कि सड़कों पर बहाव जैसी स्थिति बन गई। झालावाड़ में हल्की फुहारें दर्ज की गईं। लगातार बारिश से कुछ निचले इलाकों में जलभराव की स्थिति भी सामने आने लगी है।
भारतीय मौसम विभाग (IMD) के अनुसार:
28 अगस्त: दक्षिणी राजस्थान में मध्यम से भारी बारिश की संभावना, खासकर कोटा और उदयपुर संभाग में।
29-30 अगस्त: पश्चिमी राजस्थान के जोधपुर, बाड़मेर और बीकानेर संभाग में तेज़ बारिश हो सकती है।
31 अगस्त तक: कई जिलों में रुक-रुक कर बरसात का सिलसिला जारी रहेगा।
सितंबर की शुरुआत में भी जारी रहेगा सिलसिला
सितंबर के पहले हफ्ते में भी राज्य के अधिकांश जिलों में बादल सक्रिय रह सकते हैं। सीमावर्ती इलाकों में बारिश की तीव्रता थोड़ी कम रहेगी, लेकिन बाकी प्रदेश में मानसून के बादल राहत और परेशानी दोनों साथ लाएंगे।
प्रशासन ने की सतर्क रहने की अपील
मौसम विभाग ने चेताया है कि तेज़ बारिश के चलते निचले इलाकों में जलभराव, खेतों में पानी भरने और बिजली गिरने जैसी घटनाएं हो सकती हैं। ग्रामीण इलाकों के लोगों और किसानों को सलाह दी गई है कि वे मौसम अपडेट पर नजर रखें और ज़रूरत होने पर सुरक्षित स्थानों पर शरण लें।