लखनऊ में पिछले दिनों हुई बारिश के बाद अब अगले पांच-छह दिनों तक बारिश की संभावना नहीं है। तेज धूप के चलते तापमान में वृद्धि दर्ज की गई है। मौसम विभाग के अनुसार मानसून ट्रफ लाइन के खिसकने से पश्चिमी जिलों में भारी बारिश की संभावना है जबकि लखनऊ सहित पूर्वी उत्तर प्रदेश में मानसून कमजोर रहेगा। कुछ जिलों में वज्रपात की चेतावनी जारी की गई है। पिछले सप्ताह लखनऊ में हुई बारिश ने उमसभरी गर्मी से राहत दिलाई, लेकिन दो-तीन दिनों से अचानक मौसम ने फिर करवट ली और तेज धूप ने उमस और गर्मी बढ़ा दी है। सोमवार को राजधानी का तापमान करीब तीन डिग्री वृद्धि के साथ 37.4 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया, जबकि रात पारा तीन डिग्री बढ़कर 28.9 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया।
मौसम विभाग के मुताबिक, मध्य और पूर्वी यूपी के ज्यादातर जिलों में अगले पांच-छह दिनों तक बारिश के आसार नहीं हैं। इस दौरान अधिकतम व न्यूनतम पारे में और वृद्धि की संभावना है।
वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक अतुल कुमार सिंह का कहना है कि मानसून ट्रफ लाइन का पश्चिमी सिरा उत्तर की ओर खिसक रहा है। इसका असर विशेष रूप से राज्य के पश्चिमी जिलों पर देखने को मिलेगा। यही वजह है कि मेरठ, बागपत, बुलंदशहर, बरेली और आसपास के इलाकों में आगामी दिनों में भी भारी बारिश की संभावना जताई गई है। वहीं, दूसरी ओर मध्य यूपी में लखनऊ, अयोध्या, उन्नाव, अमेठी और आसापस के जिलों के साथ पूर्वी उत्तर प्रदेश में गोरखपुर, बलिया, आजमगढ़, बनारस व अगल-बगल के इलाकों में मानसून की सक्रियता फिलहाल कमजोर रहेगी। इन क्षेत्रों में छिटपुट बूंदाबांदी या हल्की बारिश हो सकती है। मौसम विभाग के अनुसार, मंगलवार को बिजनौर, मुरादाबाद, रामपुर, बरेली, पीलीभीत, झांसी, ललितपुर और आसपास के जिलों में भारी वर्षा का अलर्ट जारी किया गया है। वहीं, बुधवार को बहराइच, लखीमपुर खीरी, आगरा, फिरोजाबाद, इटावा, शाहजहांपुर, जालौन, महोबा, झांसी, ललितपुर और आसपास के जिलों में बादल जमकर बरसेंगे। इसके अलावा 30 से अधिक जिलों में बादलों की आवाजाही के बीच वज्रपात की चेतावनी जारी की गई है।
राज्य में मानसून की यह अस्थिर स्थिति फिलहाल बनी रहेगी। मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, अगस्त के पहले सप्ताह में पूर्वी उत्तर प्रदेश में फिर से सक्रिय मानसून लौटने की संभावना है। वहीं, पश्चिमी यूपी में अभी सप्ताह भर तक बारिश का सिलसिला जारी रहने के आसार हैं। उत्तर प्रदेश में फिलहाल मौसम दो हिस्सों में बंट गया है – एक ओर पश्चिमी जिलों में मूसलधार बारिश की संभावना बनी हुई है, तो दूसरी ओर लखनऊ समेत पूर्वी और मध्य जिलों में उमस भरी गर्मी से राहत मिलने की उम्मीद नहीं है। मानसून ट्रफ लाइन के इस बदलाव के चलते आने वाले दिनों में स्थिति और भी स्पष्ट होगी। तब तक, नागरिकों को सतर्क रहना और मौसम की ताजा जानकारी पर ध्यान देना ज़रूरी है।