राजस्थान के मौसम में भारी बदलाव देखने को मिल रहा है। मौसम विज्ञान केंद्र जयपुर ने मंगलवार से राज्य के कई इलाकों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। इस बीच राज्य में अब तक सामान्य से 128 फीसदी अधिक बारिश दर्ज हो चुकी है।
मौसम विभाग ने राज्य के 6 जिलों में ऑरेंज अलर्ट और 24 जिलों में येलो अलर्ट जारी किया है। सोमवार को भी कोटा, जयपुर और बीकानेर संभाग में बारिश हुई, जो तेज बारिश के आगाज का संकेत है।
राज्य के कई बड़े बांधों में भी पानी की आवक जारी है। बीसलपुर बांध में पिछले 24 घंटों में 4 सेंटीमीटर पानी बढ़ा है। सुबह 6 बजे तक बांध का जलस्तर 313.86 आरएल मीटर तक पहुंच गया है।
इससे बांध में पानी का स्तर 27.322 टीएमसी हो गया है, जो कुल क्षमता का 70.59 फीसदी है। बांध के आसपास बहने वाली त्रिवेणी नदी 2.80 मीटर प्रति सेकंड की रफ्तार से बह रही है।
तेज बारिश के कारण दौसा जिले में दीवार गिरने से एक महिला की मौत हुई। जिले में कई स्थानों पर पेड़ और बिजली के पोल गिर गए। भांडारेज बांध क्षेत्र में मोबाइल टावर भी गिर गया।
इसके अलावा, कोटा से मध्यप्रदेश के भानपुरा गए दो युवक तालाब में डूब गए, जिनके शव बरामद किए गए। माउंट आबू से लौट रहे एक युवक की बनास नदी में डूबने से भी मौत हुई।
झुंझुनूं में तेज बहाव के कारण नेशनल हाईवे-52 की सड़क भी धंस गई है, जिससे यातायात प्रभावित हुआ है।
मौसम विज्ञान केंद्र जयपुर के निदेशक राधेश्याम शर्मा ने बताया कि पश्चिम बंगाल के ऊपर बने लो-प्रेशर सिस्टम के कारण अगले 24 घंटे में यह सिस्टम धीरे-धीरे पश्चिम व उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ेगा।
इसका असर पूर्वी राजस्थान के अधिकांश भागों में अगले 4-5 दिन मानसून को सक्रिय रखेगा। विशेषकर भरतपुर, जयपुर और कोटा संभाग में कहीं-कहीं भारी बारिश होने की संभावना है।
कोटा और उदयपुर संभाग में 8 से 10 जुलाई के बीच कहीं-कहीं भारी से अति भारी बारिश की संभावना है। 9 जुलाई को कोटा संभाग में एक-दो स्थानों पर अतिभारी बारिश हो सकती है।