2.1kViews
1490
Shares
गोरखपुर
एम्स के पोस्टमार्टम हाउस में बुधवार को पहला पोस्टमार्टम हुआ। डाक्टरों ने महिला के मौत की पुष्टि हार्ट अटैक से की। जबकि, कैथवलिया में सोमवार की रात पुरानी रंजिश में दो पक्षों में मारपीट हुई थी। अस्पताल ले जाने पर महिला की मौत हो गई थी।
स्वजन ने हत्या का आरोप लगाते हुए एम्स थाने में तहरीर दी थी। पुलिस केस दर्ज कर मामले की जांच कर रही थी। लेकिन पोस्टमार्टम रिपोर्ट में हार्ट अटैक का मामला आने से पुलिस को विवेचना करने में आसानी हो गई है।
अभी तक पोस्टमार्टम की व्यवस्था बीआरडी मेडिकल कालेज में ही थी। शवों की संख्या ज्यादा हाेने पर रिपोर्ट मिलने में देरी तो होती ही थी। वहीं मौत किस वजह से हुई, इसकी पुष्टि भी नहीं होती थी। इससे पोस्टमार्टम करने वाले चिकित्सक बिसरा सुरक्षित करते थे। जिसे बाद में जांच के लिए लैब में भेजा जाता था और रिपोर्ट आने में दो से तीन महीने का समय लगता था। लेकिन एम्स में खुले अत्याधुनिक पोस्टमार्टम हाउस ने पुलिस की राह आसान कर दी।
यहां पर 24 शवों के लिए वातानुकूलित कोल्ड रूम की व्यवस्था के साथ रैक बनाया गया है। फारेंसिक मेडिसिन विभाग को इसके संचालन की जिम्मेदारी सौंपी गई है। अभी यहां पर एम्स थाना क्षेत्र के शव ही भेजे जा रहे है। बाद में इसका दायरा और बढ़ाया जाएगा।
एम्स थाना पुलिस के अनुसार सोमवार को कैथवलिया की रहने वाली बिंद्रावती ने तहरीर दी थी। बताया था कि उसके पिता ओमप्रकाश निषाद और पड़ोसी उदयभान निषाद के बीच कहासुनी हो रही थी। इसी बीच उदयभान की तरफ से उषा देवी, विकास निषाद, सुष्मिता, मोती व एक रिश्तेदार ने मिलकर पिता पर हमला कर दिया। बचाव में उसकी मां बिंद्रावती देवी गई तो आरोपितों के हमले से वह गंभीर रूप से घायल हो गई।
सीएचसी पिपराइच ले जाने पर चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया। केस दर्ज कर शव को पोस्टमार्टम के लिए एम्स भेजा गया था। पुलिस ने बताया कि मारपीट के मामले में दूसरे पक्ष से उदयभान की पत्नी ऊषा ने भी तहरीर देकर ओमप्रकाश की पुत्री कुमकुम और उसकी मां बिंद्रावती पर केस दर्ज कराया है।