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कानपुर
छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय (सीएसजेएमयू) के अकाउंट विभाग विभाग में कार्यरत प्रधान सहायक ने 20 लाख के कर्ज से परेशान होकर आत्महत्या कर ली।
स्वजन का आरोप है कि रुपये वसूलने के लिये सूदखोर उन्हें प्रताड़ित कर रहे थे। 15 दिन पहले ही आरोपितों ने विश्वविद्यालय परिसर में घुसकर उनके साथ मारपीट की थी।
पिता का शव फंदे पर लटकता देखकर बेटे ने पुलिस को सूचना दी। जिसके बाद कल्याणपुर पुलिस और फोरेंसिक टीम ने मौके पर पहुंचकर साक्ष्य जुटाए। प्रधान सहायक मूलरूप से गोरखपुर जनपद के रहने वाले थे। गुरुवार को उनका पोस्टमार्टम कराया जायेगा।
मूलरूप से गोरखपुर जनपद के पीपीगंज गुरापार निवासी 52 वर्षीय राकेश कुमार गौड़ सीएसजेएमयू में प्रधान सहायक के पद पर कार्यरत थे। परिवार में पत्नी पुष्पा हैं जो पिछले सप्ताह ही पारिवारिक समारोह में शामिल होने गोरखपुर गई थी।
पुष्पा उनकी दूसरी पत्नी हैं उनकी पहली पत्नी सरिता थी जिनका आठ साल पहले बीमारी से निधन हो गया था। उनसे बेटा अमन और एक बेटी है जिसकी शादी हो चुकी है।
कमीशन पर कार खरीदने और बेचने का काम करने वाले बेटे अमन ने बताया कि उनके पिता शराब के लती थे उन पर करीब 20 लाख रुपये का कर्ज था, जिसकी वजह से उन्होंने 100 वर्गगज का आधा प्लाट बेच दिया था।
उन्होंने पिता के लोन को चुकाने के लिये स्टेट बैंक और बैंक ऑफ महाराष्ट्रा से 12 व सात लाख रुपये के दो पर्सनल लोन भी कराए थे। बेटे का आरोप है कि विनायकपुर के कुछ युवकों और सूदखोर अभिषेक कटियार नाम के युवक ने अपने कुछ साथियों के साथ 15 दिन पहले कैंपस में घुसकर उसके पिता के साथ मारपीट भी की थी।
मंगलवार रात पिता खाना पीना खाकर सोए थे। सुबह 10 बजे तक उनके न उठने पर जब उसने पड़ोसी के साथ दरवाजा खोला तो अंदर पंखे के कुंडे से उनका शव फंदे पर लटकता मिला। इस पर उसने पुलिस के साथ ही उनकी दूसरी पत्नी पुष्पा गौड़ को सूचना दी।
विश्वविद्यालय परिसर में आत्महत्या की सूचना पर एसीपी कल्याणपुर रंजीत कुमार और थाना प्रभारी सुधीर कुमार ने फोरेंसिक टीम के साथ जांच पड़ताल की। एसीपी कल्याणपुर रंजीत कुमार ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट और स्वजन की तहरीर के आधार पर सभी बिंदुओं पर जांच पड़ताल के बाद कार्रवाई की जायेगी।
थाने से छूटकर घर पहुंचा और पत्नी से झगड़कर दी जान
चकेरी के चिश्ती अन्ना चौराहा निवासी 42 वर्षीय अतुल कुमार पेशे से बिजली मिस्त्री था। परिवार में पत्नी दया, दो बच्चे अनिकेत व सिम्मी हैं। पहली पत्नी पुष्पा से तलाक के बाद अतुल ने दया से प्रेम विवाह किया था।
दया के अनुसार, मंगलवार रात नशे की हालत में पति ने उससे मारपीट की तो चकेरी पुलिस से शिकायत की। इस पर पुलिस उसे पकड़ ले गई और हवालात में डाल दिया। उसका नशा उतरा तो कार्रवाई नहीं की और सुबह ले आए। लौटने के बाद उसने पत्नी दया और बच्चों को मारापीटा और दरवाजा बंद कर आत्महत्या कर ली।
मां के दुपट्टे से युवक ने फंदा लगाकर दे दी जान
सचेंडी के पंचमापुरवा निवासी 19 वर्षीय प्रकाश चकरपुर मंडी में मजदूरी करता था। पिता भूरा की चार साल पहले मौत हो चुकी है। परिवार में मां गीता व छोटा भाई मुकेश है।
ताऊ सोहन सिंह ने बताया कि प्रकाश मंगलवार रात करीब नौ बजे चकरपुर मंडी जाने की बात कहकर घर से निकला था। बुधवार सुबह प्रकाश का शव घर से कुछ दूरी पर आम के बाग में मां के दुपट्टे से उसका शव फंदे पर लटकता मिला। बुधवार सुबह आम बटोरने बाग पहुंचे लोगों ने उसका शव लटका देखकर स्वजन को सूचना दी।
नशे के लती युवक ने फंदा लगाकर की आत्महत्या
पनकी के शाहपुर निवासी 42 वर्षीय प्राइवेटकर्मी आनंद कुमार राजपूत ने बुधवार तड़के आत्महत्या कर ली। परिवार में मां रामदुलारी, पत्नी रीना, दो बच्चे पलक व अंश हैं।
पिता रामस्वरूप व चचेरे भाई देवी प्रसाद ने बताया आनंद शराब का लती था। मंगलवार रात में भी वह नशे की हालत में घर आया और खाना खाकर कमरे मे सोया गया। बुधवार सुबह उसका शव फंदे पर लटकता मिला।
अवसाद के चलते महिला ने की आत्महत्या
फीलखाना थानाक्षेत्र के बिरहाना रोड में 38 वर्षीय मोरकी देवी ने फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। मूलरूप से राजस्थान के पाली निवासी चतरा राम ज्वैलरी शाप में कारीगर हैं और परिवार सहित किराए पर रहते हैं। परिवार में चार बच्चे हैं।
चतरा राम ने बताया कि पत्नी मोरकी अवसाद में चल रही थी चिड़चिड़ेपन व तनाव के चलते उसने यह कदम उठाया है। बच्चे और वह कमरे में सोए थे, इसी बीच मंगलवार देर रात उठकर साड़ी से गले में फंदा कसकर आत्महत्या कर ली।
नीम के पेड़ से लगाई फांसी
बिधनू के औछी मोहाल पूर्वी घाटमपुर निवासी शिवभोला का 21 वर्षीय बेटे अंकित का शव बुधवार सुबह शंभुआ के पास नीम के पेड़ से फंदे पर लटकता मिला। परिवार में मां शांती, बहन सोनी है।
स्वजन ने बताया कि अंकित ई-रिक्शा चलाता था। सोमवार को वह घर पर ई-रिक्शा खड़ा करके निकला था। फिर कई घंटे तक वापस नहीं आया। मंगलवार शाम जब शंभुआ पुल के पास गए तो नीम के पेड़ पर अंकित का शव लटका देखा और घटना की जानकारी परिजनों को दी। स्वजन ने उसके दोस्तों पर हत्या का शक जताया है। हालांकि उन्होंने कोई तहरीर नहीं दी।