असीम मुनीर को अमेरिका का निमंत्रण
दूसरा, 14 जून को अमेरिकी सैन्य दिवस के पैरेड में पाकिस्तान सेना के प्रमुख फील्ड मार्शल असीम मुनीर को बतौर मेहमान आमंत्रित किया है। तीसरा, व्हाईट हाउस ने इस बात के संकेत दिए हैं कि कश्मीर को लेकर राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप भारत और पाकिस्तान के बीच हस्तक्षेप कर सकते हैं।
पाकिस्तान को बताया साझेदार
उन्होंने कहा कि ‘पाकिस्तान के साथ हमारा काफी जबरदस्त साझेदारी रही है। पाकिस्तान ने आईएसआईएस-खोरासान के आतंकियों के खिलाफी काफी कार्रवाई की है, दर्जनों आतंकवादियों को मारा है। अमेरिका के साथ सूचनाएं साझा की है और बड़े आतंकियों को पकड़ने में मदद की है।’
चीन का करीबी है पाकिस्तान
- अमेरिकी सेंटकाम प्रमुख ने पाकिस्तान सरकार के इस तर्क पर भी मुहर लगाई है कि आतंकवाद के खिलाफ पाकिस्तान लंबे समय से लड़ाई लड़ रहा है। अमेरिकी सैन्य कमांड के एक अतिवरिष्ठ अधिकारी के उक्त बयान के कुछ घंटे बाद यह सूचना आई है कि पाक आर्मी चीफ फील्ड मार्शल मुनीर को अमेरिकी सैन्य समारोह में आमंत्रित किया गया है। यह समारोह 14 जून को है।
- तीन दशक पहले जब पाकिस्तान और अमेरिकी सेना के बीच काफी गहरा संबंध था तब पाक सेना प्रमुख का अमेरिकी दौरा एक सामान्य बात थी लेकिन हाल के वर्षों में अमेरिकी सरकार पाक सेना से दूरी बना कर रखने लगी थी। ऐसे में मुनीर के इस दौरे पर आश्चर्य जताया जा रहा है। इसके पीछे चीन के साथ अमेरिकी रिश्तों के समीकरण को भी अहम माना जा रहा है। कभी अमेरिका का करीबी साझेदार रहा पाकिस्तान आज चीन के करीब है।
रणनीतिक हित देख रहा अमेरिका
अब जबकि चीन व अमेरिका के रिश्ते काफी तल्खी भरा है तो संभवत: अमेरिका रणनीतिक हितों को देखते हुए पाकिस्तान पर डोरे डाल रहा है। भारत ने इन दोनों गतिविधियों पर अभी को आधिकारिक बयान नहीं दिया है।
उधर, मंगलवार को व्हाईट हाउस की प्रवक्ता टैमी ब्रुस से यह पूछा गया कि क्या राष्ट्रपति ट्रंप कश्मीर मुद्दे में हस्तक्षेप करेंगे तो उनका जवाब था कि, ‘उनकी योजना पर मैं कुछ नहीं कह सकती लेकिन पूरी दुनिया ट्रंप की आदत जानती है। वह दुनिया में एकमात्र ऐसे हैं जो दो ऐसे लोगों में वार्ता करा सकते हैं जिसे असंभव माना जाता है। अगर वह ऐसा करते हैं तो किसी को अचंभित नहीं होना चाहिए।’