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पटना
गर्मी बढ़ते ही राज्य में बिजली खपत का सभी पुराना रिकॉर्ड टूट गया। मंगलवार की रात 9.50 बजे 8303 मेगावाट बिजली खपत हुई।
अब तक अधिकतम 8005 मेगावाट बिजली खपत का रिकॉर्ड था। खबर लिखे जाने तक बिजली खपत में लगतार वृद्धि हो रही थी।
साउथ बिहार पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी के प्रबंध निदेशक महेंद्र कुमार ने बताया कि बिजली खपत की रिकॉर्ड बनने के बाद भी राज्यभर में निर्बाध रूप से बिजली आपूर्ति की जा रही है। सभी अभियंता अलर्ट पर है।
राज्य के किसी भी हिस्से से बिजली आपूर्ति बाधित होने की सूचना नहीं है। फ्यूजकाल भी नियंत्रित है। ऐसी स्थिति विद्युत संरचनाओं के गुणवत्ता के साथ रखरखाव के कारण बनी हुई है।
साउथ बिहार पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी क्षेत्र में 4354 मेगावाट बिजली खपत की रिकॉर्ड बना है। नार्थ बिहार पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी भी 3949 मेगावाट खपत का रिकॉर्ड बनाया है।
देर रात तक पटना विद्युत आपूर्ति प्रतिष्ठान भी बिजली खपत का रिकॉर्ड बना सकता है। 13 मई को पटना में अधिकतम बिजली खपत का रिकॉर्ड 811 मेगावाट का है।
खबर लिखे जाने तक आठ सौ मेगावाट से अधिक बिजली खपत हो रही है। यह रिकॉर्ड देर रात तक टूट सकता है। बिजली की मांग में वृद्धि को देखते हुए बिजली कंपनी के अभियंता अलर्ट पर है।
फ्यूजकाल सेंटरों का निरीक्षण अभियंता कर रहे हैं। मंगलवार को राजधानी पटना में फ्यूजकाल की शिकायतें सामान्य रही।
पेसू महाप्रबंधक श्रीराम सिंह ने बताया कि बिजली कंपनी के निर्देश पर निर्बाध बिजली आपूर्ति के लिए अभियंता अलर्ट पर है। 24 घंटे फ्यूजकाल सेंटर कार्य कर रहा है। शिकायत दर्ज होने के बाद उसे दूर कराया जाने की व्यवस्था है।