शिंदे ने कहा कि ग्राम सभा लोगों के बीच इस पहल का प्रचार करने की योजना बना रही है। उन्होंने कहा कि ग्राम सभा ने राज्य सरकार से एक समर्पित व्हाट्सएप नंबर शुरू करने का भी आग्रह किया है ताकि लोग संकट में फंसे व्यक्ति का स्थान, फोटो और वीडियो साझा कर सकें। यह जानकारी वास्तविक समय में संबंधित विभाग को दी जा सकती है जो आगे स्थानीय पुलिस को सूचित करेगा।

समाज में कई कारणों से भय व्याप्त है

इस पहल के बारे में जिनजादे ने कहा कि समाज में कई कारणों से भय व्याप्त है, कुछ घरेलू तो कुछ असामाजिक तत्वों से संबंधित हैं। घर और किसी काम में समस्याओं का सामना कर रहे लोग शायद बोलने का साहस न जुटा पाएं। उन्हें असामाजिक तत्वों द्वारा परेशान किया जा सकता है या ऋण चुकाने में विफल रहने पर साहूकारों द्वारा परेशान किया जा सकता है।

हिंसा दिखाने वाले कई वीडियो सामने आए

तर्जनी अंगुली उठाने का मतलब होगा कि संबंधित व्यक्ति को मदद की जरूरत है। इसे देखकर अन्य लोग ग्राम सेवक और सरपंच को सूचित कर सकते हैं।हाल के दिनों में मराठवाड़ा क्षेत्र के बीड जिले में हिंसा दिखाने वाले कई वीडियो सामने आए हैं। इसी की पृष्ठभूमि में यह प्रस्ताव आया है।

पोथेरे निलाज गांव की आबादी छह हजार

पोथेरे निलाज गांव की आबादी छह हजार है और यहां ज्यादातर लोग खेती-बाड़ी में लगे हुए हैं। सामाजिक बुराइयों से लड़ते हुए यह गांव अब प्रगति के मार्ग पर अग्रसर हो रहा है। यह सोलापुर जिले का पहला गांव है जिसने 2022 में कोल्हापुर जिले में हेरवाड़ ग्राम पंचायत द्वारा पारित प्रस्ताव को अपनाया है। इस प्रस्ताव में विधवा के मंगलसूत्र, पैर की अंगूठी उतारने और सिंदूर पोंछने जैसी प्रथाओं पर प्रतिबंध लगाया गया है।