नई दिल्ली/उज्जैन। मध्य प्रदेश के उज्जैन शहर को जल्द ही एक नई पहचान मिलने जा रही है। धार्मिक और सांस्कृतिक दृष्टिकोण से समृद्ध इस नगरी में अब एक स्वतंत्र आकाशवाणी केंद्र की स्थापना की जा रही है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने मंगलवार को नई दिल्ली में केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण राज्य मंत्री डॉ. एल. मुरूगन से भेंट की, जिसमें यह महत्वपूर्ण निर्णय लिया गया।
मुख्यमंत्री ने उज्जैन में आकाशवाणी केंद्र स्थापित करने की आवश्यकता को लेकर मंत्री मुरूगन के समक्ष स्पष्ट रूप से बात रखी। उन्होंने बताया कि वर्ष 2028 में होने वाले सिंहस्थ महाकुंभ को ध्यान में रखते हुए यह केंद्र न केवल आवश्यक है, बल्कि समय की मांग भी है। मंत्री मुरूगन ने मुख्यमंत्री की बातों से सहमति जताते हुए इस प्रस्ताव को सैद्धांतिक मंजूरी दे दी है।
सिंहस्थ की तैयारी में नया आयाम
डॉ. मोहन यादव ने इस भेंट के दौरान कहा कि सिंहस्थ जैसे वैश्विक महत्व के आयोजन में उज्जैन की धार्मिक और सांस्कृतिक गतिविधियों को व्यापक मंच मिलना चाहिए। आकाशवाणी केंद्र इस दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगा। इससे शहर की आध्यात्मिकता और सांस्कृतिक विविधता को आवाज़ मिलेगी, जिसे देश-दुनिया तक पहुंचाया जा सकेगा।
अस्थायी प्रसारण की भी व्यवस्था
जब तक उज्जैन में पूर्ण रूप से स्टूडियो का निर्माण नहीं हो जाता, तब तक यहां से प्रसारित होने वाले कार्यक्रमों की व्यवस्था इंदौर स्थित आकाशवाणी केंद्र के माध्यम से की जाएगी। इसका उद्देश्य यह है कि निर्माण प्रक्रिया के दौरान भी कार्यक्रमों की निरंतरता बनी रहे और शहर की पहचान धीरे-धीरे राष्ट्रीय परिदृश्य पर उभरकर सामने आए।
स्थानीय कलाकारों और कार्यक्रमों को बढ़ावा
आकाशवाणी केंद्र खुलने के बाद स्थानीय कलाकारों, साहित्यकारों और सांस्कृतिक संगठनों को एक नया मंच मिलेगा। उज्जैन की बोली, संगीत, लोककला और धार्मिक आयोजनों को अब रेडियो की मधुर लहरियों के माध्यम से प्रसारित किया जा सकेगा। इससे न केवल स्थानीय प्रतिभाओं को प्रोत्साहन मिलेगा, बल्कि शहर के सामाजिक और सांस्कृतिक जीवन को भी एक नई दिशा मिलेगी।
जल्द शुरू होगी निर्माण प्रक्रिया
मुख्यमंत्री ने कहा कि स्टूडियो के निर्माण की प्रक्रिया शीघ्र शुरू कर दी जाएगी। सभी आवश्यक प्रशासनिक और तकनीकी तैयारियों को पूरा करने के निर्देश संबंधित विभागों को दे दिए गए हैं। उन्होंने यह भी भरोसा दिलाया कि उज्जैन का यह आकाशवाणी केंद्र प्रदेश का एक आदर्श मॉडल बनकर उभरेगा।
धार्मिक नगरी को एक नई ‘आवाज़’
आकाशवाणी केंद्र की स्थापना से उज्जैन को एक संचार माध्यम के रूप में नई पहचान मिलेगी। यह केंद्र न केवल धार्मिक आयोजनों की जानकारी देगा, बल्कि जन-जागरूकता, शिक्षा, कृषि और स्वास्थ्य जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर भी कार्यक्रम प्रसारित करेगा।
मुख्यमंत्री ने आश्वस्त किया कि यह पहल उज्जैन को न केवल संचार के क्षेत्र में सशक्त बनाएगी, बल्कि यह धार्मिक नगरी को एक नई ‘आवाज़’ भी देगी, जो जन-जन तक पहुंचेगी।