ग्वालियर: शहर में रुक-रुककर बारिश हो रही है। ऐसे में आसपास स्थित बांध और वाटरफाल में पानी बढ़ गया है। बारिश आते ही यह पिकनिक स्पॉट बन जाते हैं। हर रोज हजारों की संख्या में लोग घूमने पहुंच रहे हैं, यहां सुरक्षा के इंतजाम नाकाफी हैं। हालात यह हैं कि यहां संकेतक भी नहीं लगे हैं, जिन्हें पढ़कर लोग सावधान हो जाएं।
यही वजह है कि अब तक ऐसे खतरनाक स्पॉट पर घूमने गए पांच लोगों की मौत हो चुकी है। यह सभी हादसे महज 15 दिन के भीतर ही हुए हैं। हर साल यहां हादसे होते हैं, इसके बावजूद यहां जिम्मेदारों ने आम लोगों की सुरक्षा को लेकर इंतजाम नहीं किए हैं।
नलकेश्वर: अब तक एक की मौत, 10 बाल-बाल बचे
तिघरा के पिछले हिस्से में नलकेश्वर मंदिर के पास सबसे खतरनाक स्पाट है। यहां अचानक पानी का स्तर बढ़ता है। यहां सुरक्षा के लिए गार्ड तक नहीं है। यहां बीते रोज ही मुरार ब्लॉक का रहने वाला धर्मेंद्र राणा दोस्तों के साथ पिकनिक मनाने गया था। वह झरने पर नहा रहा था, इसी दौरान कुंड में गिर गया और डूबने से उसकी मौत हो गई।
गौरतलब है कि यहां इससे पहले 10 लोग फंस गए थे। अचानक तेज बारिश होने के बाद पूरे रास्ते पर पानी का बहाव तेज हो गया। पुलिस और एसडीआरएफ ने लोगों की जान बचाई थी।
- सांक नदी: पनिहार क्षेत्र से सांक नदी गुजर रही है। यहां पिछले सप्ताह शनिवार को एक युवक की मौत हो गई थी। यहां भी सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम नहीं हैं।
- तिघरा: यहां बोट क्लब के आसपास तो सुरक्षा गार्ड तैनात रहते हैं, लेकिन कई ऐसे इलाके हैं जहां लोग नहाने के लिए पानी में उतर जाते हैं। यहां सुरक्षा के इंतजाम नहीं है। इस साल तिघरा में डूबकर एक युवक की मौत हो चुकी है।
मौत की खदानें… यह सबसे ज्यादा खतरनाक
शहर के आउटर में कई अवैध खदानें हादसे को न्योता दे रही हैं। अवैध रूप से इनमें खोदाई हुई। उस समय भी जिम्मेदारों की आंखें बंद थीं और अब भी सैकड़ों फीट गहरी इन खदानों को बंद करने के लिए कोई इंतजाम नहीं हुए।
माफिया इन्हें ऐसा ही छोड़कर भाग गए। इनमें बारिश का पानी भर गया है। जब युवा पिकनिक स्पॉट समझ घूमने चले जाते हैं। जैसे ही वे नहाने के लिए पानी में उतरते हैं तो हादसे का शिकार हो जाते हैं। इसी साल दो मौत इन खदानों में हुई हैं।
बता दें कि पनिहार स्थित नयागांव में अवैध खदान में चार दोस्त नहाने के लिए शनिवार को उतरे थे। हिमांशु पुत्र जगदीश कुशवाह उम्र 18 वर्ष निवासी हेम सिंह परेड भी नहाने के लिए उतरा था। इसी दौरान पैर फिसल गया और वह अंदर चला गया। उसकी पानी में डूबने से मौत हो गई।
महाराजपुरा थाना क्षेत्र के अंतर्गत दीनदयाल नगर के पिछले हिस्से में स्थित अवैध खदान में पानी भरा है। इसमें मजदूर हरीश सविता नहाने के लिए पानी में उतरा और डूब गया।
गौरतलब है कि आए दिन इन स्थानों से हादसे की खबरें आ रही हैं, लेकिन इसे लेकर प्रशासन की ओर से कोई कदम नहीं उठाया गया है। प्रशासन की ओर से यहां सुरक्षा की बंदोबस्त करना चाहिए, ताकि खुशी की तलाश में आए लोगों को अपनी जान न गवानी पड़े।