पुलिस का मानना है कि सुधीर ने गिरफ्तारी से बचने और कानूनी संरक्षण पाने के लिए यह दांव चला। दिलचस्प यह है कि वर्ष 2023 में भी जब शाहपुर थाने में दर्ज पुराने मुकदमे में सुधीर के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी हुआ था, तब उसने महाराजगंज कोर्ट में सरेंडर कर पुलिस को चकमा दिया था। इस बीच, इसी मामले में नामजद एक और आरोपित हिमाचल को हाईकोर्ट से जमानत मिल गई है।