नई दिल्ली
पूर्व भारतीय कप्तान सौरव गांगुली ने हाल ही में दिए एक इंटरव्यू में कहा कि वह भारतीय क्रिकेट टीम की की भूमिका में रुचि रखते हैं। बीसीसीआई के पूर्व अध्यक्ष ने गौतम गंभीर की कोचिंग पर भी बात की। भारतीय टीम इन दिनों इंग्लैंड के दौरे पर है। इस दौरान दोनों टीमों के बीच 5 टेस्ट मैचों की सीरीज खेली जा रही है। सीरीज का पहला मुकाबला लीड्स के हेडिंग्ले मैदान पर खेला जा रहा है।
राष्ट्रीय टीम की कोचिंग करने में रुचि लेंगे
पीटीआई से बातचीत में गांगुली ने कहा कि पहले उनके पास कोचिंग की भूमिका के लिए समय नहीं था, लेकिन अगर उन्हें मौका मिला तो वह राष्ट्रीय टीम की कोचिंग करने में रुचि लेंगे। भारतीय क्रिकेट बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष ने बोर्ड अध्यक्ष के रूप में अपना कार्यकाल पूरा करने के बाद कोचिंग में कदम रखा है। वह दिल्ली कैपिटल्स की मेंस और विमंस दोनों टीमों में मेंटरशिप की भूमिका में रहे हैं। दादा के मार्गदर्शन में दिल्ली कैपिटल्स महिला प्रीमियर लीग के फाइनल में पहुंची लेकिन मुंबई इंडियंस से हार गयी।
गांगुली ने कहा, “मैंने अलग-अलग भूमिकाएं निभाईं। मैं CAB का अध्यक्ष बना और फिर बोर्ड अध्यक्ष। मुझे कभी समय नहीं मिला। लेकिन देखते हैं भविष्य में क्या होता है। मैं अभी 50 साल का हूं और इसके लिए तैयार हूं। देखते हैं भविष्य में क्या होता है।”
उतार-चढ़ाव भरा है गंभीर का कार्यकाल
पूर्व भारतीय कप्तान ने गौतम गंभीर के कार्यकाल को रेट किया। गंभीर का भारतीय टीम के साथ अब तक का समय उतार-चढ़ाव भरा रहा है। उन्होंने चैंपियंस ट्रॉफी 2025 जीती है, गंभीर की कोचिंग में भारत टेस्ट क्रिकेट में बुरी तरह से लड़खड़ा गया है। गांगुली ने इसी ओर इशारा किया और कहा कि हर दूसरे व्यक्ति की तरह गंभीर भी काम करते हुए सीखेंगे।
गौतम गंभीर के बारे में पूछे गए सवाल पर गांगुली ने कहा, “वह अच्छा काम कर रहे हैं। उन्होंने थोड़ी धीमी शुरुआत की, ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड से हार गए। लेकिन चैंपियंस ट्रॉफी के बाद उन्होंने लय हासिल कर ली और इंग्लैंड की यह सीरीज उनके लिए बहुत बड़ी होने वाली है।”
गंभीर बहुत जुनूनी हैं
गांगुली ने कहा, “मैंने उन्हें इतने करीब से नहीं देखा है, लेकिन वह बहुत जुनूनी हैं। मैंने उनके साथ कभी काम नहीं किया है। मैंने उनके साथ खेला है और जब हम साथ खेलते थे तो वह बहुत अच्छे इंसान थे। वह मेरा और सीनियर्स का बहुत सम्मान करते थे।”
गंभीर के बारे में सौरव गांगुली ने कहा, “मैं उन्हें अब देख रहा हूं। वह बहुत जुनूनी हैं। वह बहुत सीधे-सादे हैं। वह हर चीज के बारे में खुलकर बात करते हैं और अपनी बात कहते हैं। बाहर से ऐसा लगता है कि वह बहुत सीधे-सादे व्यक्ति हैं। आप जो देखते हैं, वही पाते हैं। मैं उन्हें शुभकामनाएं देता हूं। लेकिन सभी की तरह, वह भी सीखेंगे और आगे बढ़ेंगे।”