पहले रात में निजी बसें नहीं खड़ी हो रही थीं, लेकिन अब कुछ चालक गोवि हास्टल के समीप बसों को ला रहे हैं। शाम को अंतिम चक्र में यात्रियों को लेकर आने के बाद चालक और परिचालक बसों को हास्टल के समीप खड़ी करके सोते हैं। अगले दिन भोर में हीरापुरी कालोनी और विश्वविद्यालय चौराहा से यात्री बैठाकर अपने स्थान पर चले जाते हैं।
एम्स गेट के सामने बैठाने लगे यात्री

पुलिस की ढील के कारण बस चालकों की मनमानी बढ़ने लगी है। प्रतिदिन दोपहर बाद निजी बसें एम्स गेट के सामने खड़ी हो रही हैं। इससे गेट पर जाम लग रहा है। एम्स में आने-जाने वाले लोग परेशान हो रहे हैं।
कभी- कभी एंबुलेंस चालकों को भी असुविधा उठानी पड़ रही है। मंगलवार की दोपहर 02:14 बजे गेट के सामने बस खड़ी करके चालक एम्स से निकलने वाले रोगी और उनके स्वजन को बुलाकर बस में बैठाते नजर आए। उस समय बाइक सवार एक पुलिसकर्मी पहुंचा,जो नीचे खड़े परिचालक से बात करके चला गया।
नंदानगर के विजय कुमार ने बताया कि पहले यहां पर बसें नहीं लगती थीं, लेकिन अब यहां से लेकर कूड़ाघाट तक निजी बसें खड़ी होने लगी हैं।