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भागलपुर
बिहार के औद्योगिक नक्शे पर अब बांका जिले का नाम तेजी से उभरने वाला है। कटोरिया के करझौंसा स्थित नवविकसित औद्योगिक क्षेत्र में अल्ट्राटेक सीमेंट लिमिटेड की फैक्ट्री स्थापित होने जा रही है। इस बहुप्रतीक्षित परियोजना से न केवल जिले में औद्योगिक क्रांति का सूत्रपात होगा, बल्कि लगभग 500 लोगों को प्रत्यक्ष और हजारों को अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार के अवसर मिलेंगे।
200 एकड़ में फैक्ट्री, 3.3 मिलियन टन की होगी क्षमता
यह इकाई लगभग 200 एकड़ भूमि में फैली होगी और इसकी वार्षिक उत्पादन क्षमता 3.3 मिलियन टन होगी। परियोजना की अनुमानित लागत 800 से 1000 करोड़ के बीच है। यह निवेश न केवल क्षेत्र की आर्थिक तस्वीर बदलेगा, बल्कि बांका को औद्योगिक केंद्र के रूप में नई पहचान भी देगा।
बियाडा व कंपनी के बीच औपचारिकताएं अंतिम चरण में
बिहार औद्योगिक क्षेत्र विकास प्राधिकार (बियाडा) की उपमहाप्रबंधक (मीडिया, ब्रांडिंग एवं कम्युनिकेशन) मोनिशा दूबे ने बताया कि भूमि आवंटन सहित सभी जरूरी औपचारिकताएं शीघ्र पूरी कर ली जाएंगी।
उन्होंने भरोसा दिलाया कि राज्य सरकार उद्योगपतियों को हर संभव सुविधा उपलब्ध करवा रही है, जिससे बिहार में औद्योगिक निवेश का वातावरण और मजबूत हो रहा है।
स्थानीय लोगों को मिलेगा लाभ, पलायन रुकेगा
इस फैक्ट्री के शुरू होने से स्थानीय युवाओं को अपने घर के पास ही रोजगार मिलेगा। यह पहल पलायन की समस्या पर रोक लगाने में भी कारगर होगी।
जानकारों का मानना है कि परियोजना से क्षेत्र में व्यापार, परिवहन और सेवाक्षेत्र से जुड़े कई लघु उद्योग भी उभरेंगे, जिससे हजारों लोगों को अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार मिलेगा। वित्त विशेषज्ञ सीए प्रदीप कुमार झुनझुनवाला ने इसे बांका के लिए ऐतिहासिक अवसर बताया।
उन्होंने कहा कि अल्ट्राटेक की यह पहल बांका को बिहार के औद्योगिक मानचित्र पर स्थायी स्थान दिलाएगी। उनके अनुसार सीमेंट फैक्ट्री खुलने के बाद लेथ मशीन, मोबिल, ईंधन और परिवहन से जुड़ी कई छोटी इकाइयां स्वतः विकसित होंगी।
बांका का औद्योगिक भविष्य उज्ज्वल
राज्य सरकार की औद्योगिक नीति और बियाडा की सक्रियता के चलते बिहार में निवेशकों का विश्वास लगातार बढ़ रहा है। अल्ट्राटेक की यह नई इकाई इस भरोसे का प्रमाण है। आने वाले वर्षों में बांका न केवल बिहार का औद्योगिक हब बनेगा, बल्कि वह राज्य के औद्योगिक विकास का प्रमुख स्तंभ भी साबित होगा।