विभाग की इस पहल से सोहेलवा को नई पहचान मिलेगी। छह नवंबर 2024 को शुरू हुए ईको पर्यटन स्थल में अब तक 40 हजार से अधिक पर्यटक आ चुके हैं। जिस स्थान पर ईको-पर्यटन स्थल विकसित किया गया है, सीमा से सटा होने के कारण पर्यटकों को नेपाल के पहाड़ भी देखने को मिलते हैं।
सोविनियर शॉप से बढ़ रही थारुओं की आय
वन क्षेत्राधिकारी रामपुर रेंज अमरजीत प्रसाद ने बताया कि बच्चों के लिए पार्क बनाया गया है। इसमें उनके खेलने के लिए झूला आदि की व्यवस्था है। कैंटीन भी है। साथ ही आने वाले पर्यटकों को थारू संस्कृति व उनकी परंपरा को जानने का मौका मिल रहा है।
सोविनियर शॉप पर थारू हैट, पोशाक, पेंटिंग समेत अन्य सामग्री पर्यटक खरीदते हैं। इससे थारू जनजाति की आय भी बढ़ रही। रेस्ट हाउस से दारा नाला तक नेचर ट्रैक बना है।
पैदल या साइकिल से दारा नाला तक लोग जाते है। आठ साइकिल की व्यवस्था है। दारा नाला पर बने वाच टावर से जंगल का नजारा दूर तक दिखता है। बैठने के लिए लकड़ी की बेंच डाली गई है।
कैसे पहुंचे

जनपद से बाहर के पर्यटक बस या ट्रेन से सीधे तुलसीपुर पहुंचें। फिर तुलसीपुर से जरवा के लिए निजी टैक्सी या ई-रिक्शा से पहुंचा जा सकता है। बलरामपुर से तुलसीपुर की दूरी 28 किमी है। बस, ट्रेन से आसानी से पहुंच सकते हैं। तुलसीपुर से जरवा की दूरी 19 किमी है।