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बेलीपार
शाहजहांपुर में हुए दर्दनाक सड़क हादसे ने मलांव के प्रतिष्ठित परिवार की खुशियां छीन लीं। सोमवार को हुई इस दुर्घटना में मलांव गांव के शिवम पांडेय (37) और उनके दो वर्षीय पुत्र माधवन व बहन श्वेता की मौके पर ही मौत हो गई। मंगलवार सुबह जैसे ही तीनों का शव घर पहुंचा पहुंचा, माहौल मातम में बदल गया। चीत्कारों से पूरा गांव गूंज उठा।
पोस्टमार्टम के बाद मंगलवार की भोर में शिवम व उनके बेटे का शव पैतृक गांव मलांव पहुंचा।पिता और पुत्र की एक साथ मौत ने पूरे इलाके को झकझोर दिया,लोग सुबह से ही मलांव चौराहे पर जमा थे। शिवम बाबू को अंतिम बार देखने की ललक में सैकड़ों की संख्या में महिलाएं और पुरुष पहुंचे।यह दृश्य बड़ा ही हृदय विदारक था।सुबह 10 बजे चंदा घाट पर राप्ती नदी के किनारे सैकड़ों की मौजूदगी में पिता-पुत्र का एक साथ अंतिम संस्कार हुआ। मुखाग्नि बड़े भाई शिवांग पांडेय ने दी।
शोक में डूबे गांववासियों ने चौराहे की सभी दुकानें स्वतः बंद रखीं। सड़कें सुनी रहीं और लोग अपनों को खोने के दुख में डूबे रहे।वहीं शिवम की बहन श्वेता द्विवेदी का शव खोराबार के मालवीयनगर स्थित आवास पर पहुंचे जहां से राजघाट ले जाया गया। पति डा. एनके द्विवेदी ने उन्हें मुखाग्नि दी।
छुट्टियों में नैनीताल आया था परिवार:
शिवम पांडेय अपने और दोनों बहनों के परिवार संग गर्मी की छुट्टियों में नैनीताल जा रहे थे।रविवर की रात में दो गाड़ियों से यह लोग घर से निकल लेकिन किस्मत को कुछ और ही मंजूर था। शाहजहांपुर में हुए हादसे में शिवम पांडेय, उनका पुत्र माधवन और खोराबार थाना क्षेत्र के मालवीय नगर निवासी बहन श्वेता द्विवेदी की मौके पर ही मौत हो गई। इस दुःखद समाचार ने परिवार के साथ-साथ पूरे इलाके को स्तब्ध कर दिया।
जनप्रतिनिधि और शुभचिंतक रहे मौजूद
अंतिम संस्कार में योगेश मणि, शरदेंदु पांडेय,राजबहादुर यादव, कुंवर अमृतेश पांडेय, राजेश शुक्ला, विनीत पांडेय, हृदय नारायण पांडेय सहित बड़ी संख्या में क्षेत्रीय लोग, जनप्रतिनिधि और समाजसेवी उपस्थित रहे। हर कोई यही कह रहा था कि ऐसी मौत किसी परिवार को न देखनी पड़े।