दिल्ली की सभी बाजारों में छाया अंधेरा
यहां तक कि चाणक्यपुरी स्थित पाकिस्तान उच्चायोग में भी अंधेरा पसर गया। कनॉट प्लेस, खान मार्केट पालिका बाजार व सरोजनी नगर समेत सभी बाजारों में भी रात्रि आठ बजे अंधेरा छा गया। स्ट्रीट लाइट व रेड लाइट भी बंद हो गई थी। ऐसा मंजर लुटियंस दिल्ली ने वर्ष 1971 में पाकिस्तान के साथ युद्ध के दौरान देखा था।
यहां नहीं हुआ अंधेरा
यहां हुआ अंधेरा
नार्थ ब्लाक व साउथ ब्लाक, केंद्रीय मंत्री, सुप्रीम कोर्ट के जज, सभी केंद्रीय मंत्री, सांसद, दूतावास व उच्चायोग के कार्यालय- घर, साथ सभी पंचतारा होटल, कनॉट प्लेस व खान मार्केट जैसे सभी बाजार
लुटियंस दिल्ली कितने हैं बिजली के कनेक्शन?
एनडीएमसी के एक अधिकारी के अनुसार, लुटियंस दिल्ली में 25 हजार से अधिक बिजली के कनेक्शन है, जिसमें से कुछ को छोड़कर बाकि की आपूर्ति रोक दी गई थी। जिसकी जिम्मेदारी सभी एक हजार से अधिक सब स्टेशनों के कर्मी ने सफलतापूर्वक अंजाम दिया। उनके अनुसार, इस ब्लैक आउट की जानकारी सभी उपभोक्ताओं को समय रहते दे दी गई थी।
युवाओं ने पहली बार सुना ब्लैक आउट
जानकार लोग वर्ष 1971 में पाकिस्तान के साथ हुए युद्ध को याद कर रहे थे। तब भी ब्लैक आउट था। कनॉट प्लेस के निवासी व दुकानदार अमित गुप्ता के अनुसार, उन्होंने अपने दादा से ब्लैक आउट के बारे में सुना था। पहली बार इसे देख भी लिया।
दिन में मॉक ड्रिल रात में ब्लैक आउट
खान मार्केट दिनभर व्यस्त रहा। दोपहर में मॉक ड्रिल में भाग लिया तो रात्रि आठ बजे अंधेरा छा गया। खान मार्केट दिल्ली का प्रतिष्ठित बाजार हैं, जहां बड़ी संख्या में विदेशी भी खरीदारी करने आते हैं। उनके बीच भी भारत-पाक के बीच तनाव के साथ मॉक ड्रिल तथा ब्लैक आउट की चर्चा होती रहीं।