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दक्षिणी दिल्ली के महारानी बाग से शुरू होकर यमुना में गिरने वाले तैमूर नगर के नाले के आस-पास से अतिक्रमण के खिलाफ कार्रवाई तीसरे दिन भी जारी रही। यहां लोग मलबे में से अपनी वस्तुएं उठाते हुए नजर आए, वहीं पांच से छह मंजिला इमारतों में तोड़फोड़ शुरू होने से पहले लोग घरों की खिड़की व दरवाजे निकालने में लगे रहे।
प्रशासन ने इन्हें घर खाली करने के लिए बुधवार तक का समय दिया है। अब बृहस्पतिवार को फिर कार्रवाई होगी। हाईकोर्ट के आदेश पर डीडीए की स्पेशल टास्क फोर्स अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई कर रही है।
करीब 800 मीटर है तैमूर नगर नाले की लंबाई
उल्लेखनीय है कि तैमूर नगर नाले की लंबाई करीब 800 मीटर है। यह नाला पूर्वी एवेन्यू रोड महारानी बाग से शुरू होता है। इस नाले के एक तरफ तैमूर नगर और दूसरी तरफ श्रीनिवासपुरी, गढ़ी, कालिंदी, न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी, फ्रेंड्स कॉलोनी क्षेत्र आते हैं।
हाईकोर्ट ने हाल ही में नाले के प्रवाह में बाधा बन रहे सभी तरह के अतिक्रमण को हटाने का आदेश दिया था। कार्रवाई के लिए डीडीए को छह मई तक की मोहलत दी गई थी। अतिक्रमण हटाने के लिए करीब 10 दिन पहले ही निर्माण खाली करने के लिए नोटिस चस्पा कर दिए गए थे।
80 प्रतिशत अतिक्रमण किया गया ध्वस्त
अभियान के तहत शुरू के दो दिनों में नाले के किनारे 27 मीटर की दूरी में बने करीब 80 प्रतिशत अतिक्रमण को ध्वस्त कर दिया गया। तीसरे दिन मलबा हटाने का काम होता रहा। नाले के आखिरी छोर पर अतिक्रमण कर चार से छह मंजिल के पांच मकान बने हैं।
इनमें एक स्कूल भवन भी है। बाकी के मकानों में किराएदार ही थे। इन्हें मकान पूरी तरह खाली करने के लिए मोहलत दी गई थी। सुबह से ही लोग ड्रिल मशीन की मदद से केबल, खिड़की-दरवाजे, आलमारी, टाइल्स व अन्य सामान निकालते रहे।
जानकारी के मुताबिक इन्हें आठ मई को ध्वस्त किया जाना प्रस्तावित है। उल्लेखनीय है कि एसटीएफ ने 100 से अधिक झुग्गियों और पक्के निर्माणों पर सोमवार व मंगलवार को कार्रवाई की थी।