पूर्व उपमुख्यमंत्री ने मृत शुभम के चित्र पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। स्वजन से मिलकर घटना पर दुख जताया। शुभम के पिता संजय व चाचा मनोज ने हाथ जोड़कर पूर्व उपमुख्यमंत्री से कहा कि हमें रुपया-पैसा न कोई आर्थिक सहायता चाहिए। हिंदू धर्म की अस्मिता के लिए बलिदान होने वाले बेटे शुभम को बलिदानी का दर्जा दिला दें।
पूर्व उपमुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार आपके साथ है। आपकी मांगों व बिंदुओं पर नियमानुसार विचार होगा। कहा कि केंद्र व प्रदेश सरकारें जाति-धर्म पूछकर लाभ नहीं दे रही हैं। भारत ने कभी किसी का उत्पीड़न नहीं किया। राबर्ट वाड्रा के बयान को निम्न स्तर का बताया। विधायक महेश त्रिवेदी, उत्तर जिलाध्यक्ष अनिल दीक्षित, दक्षिण जिलाध्यक्ष शिवराम सिंह, विनोद गुप्ता, विनय मिश्रा, रानू शुक्ला, रघुनंदन भदौरिया व सुरेश अवस्थी उपस्थित रहे।

विधानसभा अध्यक्ष से मिले शुभम के स्वजन, दिल्ली जाकर करेंगे बात

दिवंगत शुभम के पिता संजय द्विवेदी, पत्नी ऐशन्या, बहन आरती व चचेरा भाई सौरभ सोमवार दोपहर विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना से उनके कार्यालय में मिले। शुभम को बलिदानी का दर्जा दिलाने व पत्नी को सरकारी नौकरी दिए जाने की मांग की।

महाना ने स्वजन को सांत्वना देते हुए हरसंभव मदद का आश्वासन दिया। पारिवारिक चाचा शैलेंद्र द्विवेदी ने बताया कि विधानसभा अध्यक्ष ने दिल्ली जाकर राष्ट्रपति, रक्षामंत्री व मुख्यमंत्री से उनकी मांगों पर बात रखने का आश्वासन दिया है।