ऐसा पहली बार नहीं हुआ है। जुलाई, 2019 में पुलवामा आतंकी हमले के बाद भी पाकिस्तान ने अपना हवाई क्षेत्र बंद कर दिया था, जिससे उसे लगभग 10 करोड़ डालर का नुकसान हुआ था। उस दौरान हर दिन लगभग 400 उड़ानें प्रभावित हुईं थीं, जिससे पाकिस्तान के नागरिक उड्डयन प्राधिकरण और पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस को भारी नुकसान हुआ था।

लैडिंग और पार्किंग शुल्क में भी होगा नुकसान

अधिकारियों ने अनुमान लगाया था कि 2019 में पाकिस्तान को केवल ओवरफ्लाइट शुल्क से हर दिन लगभग 2,32,000 डालर का नुकसान हो रहा था। जब लैंडिंग और पार्किंग जैसे अन्य शुल्क जोड़े गए, तो दैनिक नुकसान लगभग तीन लाख डालर हो गया था।

ऐसे तय होती हैं दरें

पाकिस्तान कथित तौर पर एक बोइंग 737 के लिए लगभग 580 डालर का ओवरफ्लाइट शुल्क लेता है। यह भारतीय एयरलाइंस द्वारा संचालित प्रमुख अंतरराष्ट्रीय विमानों में सबसे छोटा माना जाता है। दरें अधिकतम टेक- आफ वजन और उड़ान की दूरी के आधार पर बदलती हैं और बड़े विमानों को अधिक शुल्क देना पड़ता है।भारतीय एयरलाइंस पर हाल ही में प्रतिबंध के साथ इससे प्रतिदिन कम से कम 58,000 डालर का नुकसान हो रहा है। भारत कई बड़े विमान भी संचालित करता है जिसमें बोइंग 777 भी शामिल है। इसका अधिकतम टेकआफ वजन बोइंग 737 से लगभग 3 गुना है। विमान के वजन के अनुसार ओवरफ्लाइट शुल्क 1,700 डालर तक हो सकता है।