बसों की गुणवत्ता पर उठे सवाल
कितने किलोमीटर चलने के बाद बंद हुई बस?
कौशांबी से 110 किलोमीटर चलकर यमुना एक्सप्रेस-वे तोड़ा दम
मथुरा में नई बस खराब होने के बाद भी यह सिलसिला नहीं रूका। कौशांबी डिपो से दूसरी बस गोरखपुर के लिए चली। जैसे ही बस (यूपी78 केटी8030) करीब 110 किलोमीटर चलकर यमुना एक्सप्रेस-वे पर बाजना कट के पास पहुंची फिर से वही समस्या हो गई।
इस बस के एक्सीलेटर ने भी काम करना बंद कर दिया। चालक को मजबूरन बस खड़ी करनी पड़ी। इस दौरान बस में करीब 52 यात्री सवार थे। परिचालक ने सभी यात्रियों को दूसरी बस से भेजा। हालांकि इस दौरान कई यात्रियों ने रोडवेज की व्यवस्था पर सवाल खड़े करते हुए किराया वापस मांगा, लेकिन चालक-परिचालक ने किसी तरह समझाकर दूसरी बस में बैठा दिया।
इन रूटों पर शुरू हुआ बसों का संचालन
सभी 10 बीएस-6 बसों का संचालन छह रूटों पर किया गया है। जिन रूटों पर यात्री अधिक व बसें कम थी उन पर संचालन शुरू किया गया है। इसमें रामनगर, टनकपुर, अमरोहा, लखनऊ, कानपुर व हल्द्वानी रूट हैं। यात्रियों को फायदे के बजाय नुकसान ही झेलना पड़ रहा है।