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शाहजहांपुर
शहर के अजीजगंज में सोमवार रात गोली लगने से घायल एक ट्रांसपोर्टकर्मी की लखनऊ में मृत्यु हो गई। जबकि उनके भाई की हालत गंभीर बनी हुई है। भाई की तरफ से चार नामजद समेत पांच के विरुद्ध प्राथमिकी पंजीकृत करने के बाद आरोपितों की तलाश मेंं कई जगह दबिशें भी दी गई। विवाद के बाद अजीजगंज में पुलिस को तैनात कर दिया गया।
घायलों की हालत चिंताजनक बनी हुई है। उनके स्वजन ने हंगामा भी किया, जिस पर एसपी समेत चार थानों का फोर्स राजकीय मेडिकल कॉलेज पहुंचे और उन्हें कार्रवाई का आश्वासन देकर शांत किया।
अजीजगंज निवासी कमलेश व शेरू अलग-अगल ट्रांसपोर्ट पर काम करते हैं। दोनों के बीच सोमवार शाम किसी बात को लेकर विवाद हो गया। रात लगभग नौ बजे शेरू कमलेश के घर के बाहर पहुंचा तो दोनों में फिर से झगड़ा होने लगा। जिस पर कमलेश का भाई जितेद्र व अखिलेश वहां पर आ गए। तो शेरू ने भी अपने कई साथी बुला लिए जिन्होंने तमंचों से फायरिंग शुरू कर दी और तलवारें लहराईं, जिसमें कमलेश व उनके दोनों भाई घायल हो गए।
घायल राजकीय मेडिकल कॉलेज पहुंचे तो उन्हें रेफर किया जाने की बात की
घायलों को राजकीय मेडिकल कॉलेज ले जाया गया, जहां हालत गंभीर होने पर उन्हें रेफर करने के लिए एंबुलेंस बुलाई गई तो उनके स्वजन ने इसे रोक दिया। वे लोग आरोपितों की गिरफ्तारी की मांग कर रहे थे। एसपी राजेश द्विवेदी व अन्य अधिकारी वहां पहुंच गए। घायलों के स्वजन से वार्ता की, जिसके बाद कमलेश और जितेंद्र को रेफर किया जा सका। जहां कमलेश की मृत्यु हो गई। अखिलेश ने शेरू उसके साथी मुहल्ले के ही रामकिशोर, रामनिवास, सुमित व एक अज्ञात के विरुद्ध प्राथमिकी पंजीकृत कराई है। प्रभारी निरीक्षक राजीव कुमार ने बताया कि कमलेश का पोस्टमार्टम लखनऊ में ही कराया जाएगा। आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए दबिशें दी जा रही हैं।
पिकअप को लगा दी आग
इस बीच घटनास्थल से कुछ दूरी पर स्थित शेरू के घर के पास खड़ी पिकअप को किसी ने आग लगा दी। घायलों के स्वजन का कहना है कि पिकअप शेरू की है। उनका आरोप है कि क्रास प्राथमिकी दर्ज कराने के लिए आरोपित पक्ष ने ही ऐसा किया है।