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नई दिल्ली
कनाडा में न्यू डेमोक्रेटिक पार्टी (एनडीपी) के प्रमुख जगमीत सिंह को आम चुनाव में करारी हार मिली है। इसके बाद उन्होंने अपने पद से इस्तीफा दे दिया। जगमीत सिंह अपनी तीसरी जीत की उम्मीद लगाए बैठे थे, लेकिन ब्रिटिश कोलंबिया में बर्नबी सेंट्रल सीट से हार गए।
उनकी टक्कर में लिबरल उम्मीदवार वेड चांग थे। सिंह को जहां करीब 27 प्रतिशत वोट मिले, वहीं चांग को 40 प्रतिशत से अधिक वोट मिले।
NDP ने खो दिया राष्ट्रीय दर्जा
जगमीत सिंह की पार्टी में बड़ी गिरावट देखी गई और वह अपना राष्ट्रीय दर्जा खोने जा रही है, जिसके लिए पार्टियों को कम से कम 12 सीटें हासिल करनी होती हैं। इसमें एनडीपी को सफलता नहीं मिल पाई। एनडीपी को केवल 7 सीटों पर जीत मिली है। रुझानों में लिबरल पार्टी 165 सीटों पर आगे है जबकि खालिस्तानी नेता जगमीत सिंह चुनाव हार गए हैं।
जस्टिन ट्रूडो को भी मिली हार
जगमीत सिंह के साथ ही पूर्व पीएम जस्टिन ट्रूडो को भी करारी हार मिली है। साथ ही लिबरल पार्टी सत्ता में आने का मौका मिला है। पिछले चुनाव में एनडीपी को 24 सीटें मिली थीं। इसके समर्थन से ही जस्टिन ट्रूडो ने काफी समय तक अपनी सरकार चलाई। अपनी सरकार चलाने के लिए ट्रूडो जगमीत का समर्थन लेते रहे थे।
अब खबर आ रही है कि कनाडा में हुए आम चुनाव में मार्क कार्नी प्रधानमंत्री चुने गए है। कनाडा में लिबरल पार्टी ने लगातार चौथी बार सरकार बनाने में सफलता दिलाई है। इससे पहले जनवरी में जस्टिन ट्रूडो ने अपनी लिबरल पार्टी से इस्तीफा दे दिया था और मार्क कार्नी पीएम बन गए थे। अब खालिस्तानी समर्थक माने जाने वाले न्यू डेमोक्रेटिक पार्टी (एनडीपी) के प्रमुख जगमीत सिंह ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है।
कौन है जगमीत सिंह?
सिख समुदाय से ताल्लुक रखने वाले जगमीत सिंह भारतीय मूल के कनाडाई नागरिक है। उनका जन्म पंजाब के बरनाला जिले के ठीकरिवाल गांव में हुआ था। उनका परिवार 1970 के दशक में कनाडा जाकर शिफ्ट हो गया। जगमीत सिंह भारत खिलाफ जहर उगलते रहे हैं। चाहे 1984 के सिख विरोधी दंगा हो या नागरिकता कानून। उन्होंने कनाडा में भी खालिस्तानियों का मनोबल बढ़ाया। राजनीति में आने से पहले जगमीत वकालत करते थे।