छात्रों व सुरक्षाकर्मियों ने उसे मौके से ही दबोच लिया और मौके पर पहुंची पुलिस के हवाले कर दिया। रात के समय पीड़ित छात्रा बयान देने की स्थिति में नहीं थी। सुबह उसके बयान के आधार पर धारा 74/75 बीएनएस (354/354-ए आइपीसी) के तहत एफआइआर दर्ज कर आरोपित आबिद को गिरफ्तार किया गया।

छात्राओं के खिलाफ हिंसा को लेकर जीरो टॉलरेंस: जामिया

जामिया प्रशासन का कहना है कि छेड़छाड़ की इस बेहद अस्वीकार्य घटना को अत्यंत गंभीरता से लिया जा रहा है। कुलपति, रजिस्ट्रार, सुरक्षा सलाहकार, चीफ प्राक्टर रात से ही स्थिति पर नजर रखे हुए हैं। परिसर में मौजूद छात्रों, खासकर छात्राओं को सुरक्षा का भरोसा दिलाने के लिए नियमित निरीक्षण भी कर रहे हैं।

आरोपित गिरफ्तार हो चुका है। सुरक्षा सलाहकार और जामिया के मुख्य प्राक्टर आरोपित के खिलाफ कड़ी कार्रवाई सुनिश्चित करने को लेकर पुलिस का हर संभव सहयोग कर रहे हैं।
छात्रा जिस विभाग में पढ़ रही है, उसके संकाय सदस्यों की ओर से उसकी काउंसलिंग कराई जा रही है। विश्वविद्यालय प्रशासन छात्राओं की सुरक्षा के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है। उनके खिलाफ किसी भी तरह की हिंसा के प्रति ‘जीरो-टॉलरेंस’ की नीति रखता है।

पारदर्शी जांच और कड़ी कार्रवाई की मांग

घटना की सूचना मिलते है जामिया के छात्र गेट नंबर आठ के पास जमा हो गए। नारेबाजी कर आरोपित के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की। पुलिस व विवि प्रशासन ने छात्रों को समझा-बुझाकर शांत कराया था। वहीं सोमवार को जामिया आइसा ने विज्ञप्ति जारी कर घटना को सुरक्षा में गंभीर चूक माना है।

भारी सैन्य सुरक्षा वाला क्षेत्र होने के बावजूद विश्वविद्यालय प्रशासन छात्रों और विश्वविद्यालय समुदाय के अन्य सदस्यों को परिसर में सुरक्षित रखने की अपनी जिम्मेदारी में बार-बार और पूरी तरह से विफल रहने का आरोप लगाया। इसके साथ ही घटना की तत्काल और पारदर्शी जांच, अपराधी के खिलाफ सख्त कार्रवाई और कार्रवाई करने में विफल रहने वाले सुरक्षा कर्मचारियों को जवाबदेह ठहराने की मांग की।