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गाजियाबाद
दहेज एक कुप्रथा है। इसका सामाजिक बहिष्कार होना चाहिए। दहेज की वजह से कई परिवार के लोग बेटियों की शादी नहीं कर पाते हैं। ऐसा न हो, बेटियां किसी परिवार पर बोझ नहीं होती है।
इसी सोच के साथ सोमवार को भिक्कनपुर गांव में सगाई कार्यक्रम के दौरान वर ने दहेज में मिल रहे 51 लाख रुपये लौटा दिए, उनकी यह पहल अब क्षेत्र में चर्चा का विषय बनी है।
भिक्कनपुर गांव में रहने वाले विश्वजीत का कंस्ट्रक्शन का कार्य है। वह बिल्डिंग का निर्माण कार्य करने का कार्य कराते हैं। विश्वजीत का विवाह मुजफ्फरनगर के रेकड़ा गांव में रहने वाली रूपा से तय हुआ है। उन्होंने शादी तय करने के वक्त ही साफ कह दिया था कि शादी में वह दहेज नहीं लेंगे। रस्म के तौर पर एक रुपये का रिश्ता होगा।
रीति रिवाज के दौरान दिया गया चांदी का रुपया
शादी तय होने के बाद सोमवार को मुजफ्फरनगर से लड़की पक्ष के लोग भिक्कनपुर में सगाई करने आए। रीति रिवाज के दौरान चांदी का एक रुपया दिया गया, जिसे विश्वजीत ने ले लिया। इस दौरान लड़की के भाई ने दहेज में 51 लाख रुपये की नकदी से भरा थाल उनको देने के लिए आगे दिया, जिसे विश्वजीत ने वापस कर दिया।
खूब तारीफ कर रहे लोग
लड़की पक्ष के परिवार वालों द्वारा काफी प्रयास करने के बाद भी वह दहेज में रुपये लेने के लिए तैयार नहीं हुए। उन्होंने बताया कि उनकी भी तीन बहने हैं, उनका परिवार दहेज के खिलाफ है। इस वजह से दहेज लेने के लिए राजी नहीं हुए। सगाई कार्यक्रम के दौरान दहेज में मिल रहे रुपयों से भरा थाल लौटाने का वीडियो भी कार्यक्रम में मौजूद किसी व्यक्ति ने मोबाइल में बनाया, जिसे अब सोशल मीडिया पर वायरल किया गया है।
इस वीडियो को देखकर लोग दहेज में मिल रहे रुपये लौटाने वाले वर की प्रशंसा कर रहे हैं, लोगों का कहना है कि यदि ऐसा हर कोई सोचने लगे तो दहेज के अभाव में किसी भी परिवार की बेटी के हाथ पीले होने में अड़चन नहीं आएगी, इस तरह की पहल सबको करनी चाहिए। लड़की के भाई जीत अहलावत ने इसकी पुष्टि कर दी है, उन्होंने इसे अच्छी पहल बताया है।