उन्होंने कहा कि देश पांचवीं सबसे बड़ी वैश्विक अर्थव्यवस्था है और बहुत जल्द चार हजार अरब अमेरिकी डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने की राह पर अग्रसर है। उन्होंने कहा, ‘भारत आठ प्रतिशत की औसत वृद्धि के साथ पिछले एक दशक में सबसे तेजी से आगे बढ़ने वाली वैश्विक अर्थव्यवस्था है।’
उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने भारतीय अर्थव्यस्था को लेकर बड़ा बयान दिया। उन्होंने रविवार को कहा कि देश ने पिछले एक दशक में तेज आर्थिक वृद्धि दर्ज की है। इस दौरान यह सबसे तेजी आगे बढ़ने वाली वैश्विक अर्थव्यवस्था बन गया है। उपराष्ट्रपति ने यहां भारतीय विचार केंद्र द्वारा आयोजित चौथे ‘पी. परमेश्वरन स्मृति व्याख्यान’ में कहा कि 1989 में जब वह सांसद थे और 1991 में जब वह केंद्रीय मंत्री थे, तब माहौल हमें प्रेरित नहीं करता था।
संसद के उच्च सदन यानी राज्यसभा के सभापति और उपराष्ट्रपति ने कहा, ‘अब हमारा भारत सकारात्मकता और संभावनाओं से भरा हुआ है। यह आशा और आकांक्षाओं से भरा है। हर तरफ और हर जगह हम आशा और संभावनाओं का पारिस्थितिकी तंत्र देख सकते हैं। भारत ने पिछले एक दशक में तेजी से आर्थिक उछाल देखा है।’
चार हजार अरब डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने की राह पर भारत
उन्होंने कहा कि देश पांचवीं सबसे बड़ी वैश्विक अर्थव्यवस्था है और बहुत जल्द चार हजार अरब अमेरिकी डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने की राह पर अग्रसर है। उन्होंने कहा, ‘भारत आठ प्रतिशत की औसत वृद्धि के साथ पिछले एक दशक में सबसे तेजी से आगे बढ़ने वाली वैश्विक अर्थव्यवस्था है।’