सर्वे में 1,39,487 परिवार (ग्रामीण: 83,247 और शहरी: 56,240) शामिल थे। सर्वेक्षण में 6 साल और उससे अधिक आयु के 4,54,192 व्यक्तियों को शामिल किया गया है। इसमें 2,85,389 लोग ग्रामीण और 1,68,803 शहरी लोग हैं।
महिलाओं की नौकरियों में हिस्सेदारी लगातार बढ़ रही है। विभिन्न क्षेत्रों में महिलाएं अब पहले से कहीं अधिक सक्रिय रूप से योगदान दे रही हैं। लैंगिक समानता की दिशा में यह मजबूत कदम है। सरकार की ओर से जारी एक हालिया आंकड़े फिर इसकी पुष्टि कर रहे हैं। आंकड़ों के मुताबिक, रोजगार से जुड़ी गतिविधियों में महिलाओं की हिस्सेदारी 2024 में बढ़कर 25 फीसदी पर पहुंच गई। 2019 में रोजगार और उससे संबंधित गतिविधियों में महिलाओं का हिस्सा 21.8 फीसदी था। इसके अलावा महिलाएं अब उन घरेलू कामों पर कम समय खर्च रही हैं, जिनमें किसी तरह का पैसा नहीं मिलता।
सांख्यिकी एवं कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय (MoSPI) की ओर से जारी टाइम यूज सर्वे (TUS) के अनुसार, रोजगार से जुड़ी गतिविधियों में महिलाओं के साथ पुरुषों का भी हिस्सा बढ़ा है। 15 से 59 साल की आयु के लोगों में रोजगार से जुड़ी गतिविधियों में पुरुषों की भागीदारी 2019 में 70.9 फीसदी से बढ़कर 2024 में 75 फीसदी हो गई।
सर्वे में करीब 1.40 लाख परिवार शामिल
सर्वे में 1,39,487 परिवार (ग्रामीण: 83,247 और शहरी: 56,240) शामिल थे। सर्वेक्षण में 6 साल और उससे अधिक आयु के 4,54,192 व्यक्तियों को शामिल किया गया है। इसमें 2,85,389 लोग ग्रामीण और 1,68,803 शहरी लोग हैं। लोग अपने रोज के कामकाज में समय का किस तरह इस्तेमाल करते हैं, यह जानने के लिए सर्वे किया गया है। इसका मकसद भुगतान और बिना वेतन वाली गतिविधियों में पुरुषों और महिलाओं की भागीदारी का पता लगाना है।
बिना पगार वाले कामों पर महिलाएं खर्च कर रही हैं कम समय
मंत्रालय के अनुसार, अवैतनिक घरेलू सेवाओं (Unpaid Domestic Services) में अब महिलाएं पहले के मुकाबले कम समय खर्च कर रही हैं। इनमें वे घरेलू काम शामिल होते हैं, जिनमें कोई वेतन नहीं मिलता है। बिना पैसे वाले घरेलू कामों में महिलाओं ने पांच साल पहले 2019 में 315 मिनट खर्च किए। यह 2024 के दौरान घटकर 305 मिनट रह गए हैं। यह दिखाता है कि महिलाएं बिना पैसे वाले कामों से पैसे वाली गतिविधियों की तरफ रुख रही हैं। सर्वे में जानकारी जुटाने के लिए 24 घंटे की अवधि को आधार बनाया गया है।
परिवार की देखभाल में महिलाएं अव्वल
घर की जिम्मेदारी उठाने के मामले में महिलाएं एक बार फिर से पुरुषों से आगे हैं। 15-59 साल की 41 फीसदी महिलाओं ने अपने घर के सदस्यों की देखभाल में हिस्सा लिया। इसमें पुरुषों की भागीदारी 21.4 फीसदी थी। परिवार की देखभाल में भाग लेने वाली महिलाओं ने एक दिन में लगभग 140 मिनट खर्च किए, जबकि पुरुषों ने 74 मिनट बिताए।