नई दिल्ली
रणथंभौर की सबसे प्रतिष्ठित बाघिनों में से एक एरोहेड (Ranthambore Tigress Arrowhead) के अंतिम क्षमों का एक मार्मिक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसे प्रसिद्ध फोटोग्राफर सचिन राय ने शेयर किया है।
बाघिन एरोहेड की लंबे समय तक बीमारी से जूझने के बाद मौत हो गई। इस वीडियो को शेयर करते हुए सचिन राय ने एक भावुक नोट भी लिखा है। फोटोग्राफर ने बताया कि 17 जून की शाम पदम तालाब में उन्होंने क्या देखा, एक ऐसी जगह जहां एरोहेड ने सालों तक राज किया था।
भावुक करने वाला वीडियो
उन्होंने लिखा, “उसे संघर्ष करते हुए देखना दिल को झकझोर देने वाला था, उठने की कोशिश करना और फिर गिरने से पहले कुछ कमजोर कदम उठाना। एरोहेड के लिए दस कदम भी चलना काफी मुश्किल लग रहा था। आखिरकार वह एक पेड़ के पास पहुंची और उसके नीचे लेट गई। उस शांत पल में, मुझे पता था कि अंत निकट था।”
सचिन राय ने यह भी लिखा कि वह एरोहेड को तब से देख रहे हैं जब वह एक शावक थी। उन्होंने एरोहेड के जीवन की यात्रा को लेकर बातें की और बताया कि कैसे एरोहेड को उसकी मां से विरासत में क्षेत्र मिला और साथ ही चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में कई शावकों को उसने पाला भी है। एरोहेड ने प्रतिद्वंदी नरों और अपनी बेटी रिद्धि के साथ टकराव भी किया है।
कैसा रहा एरोहेड का जीवन?
उन्होंने लिखा, “उसने एक पूर्ण और बेहद स्वतंत्र जीवन जिया है, हर मायने में एक सच्ची बाघिन थी। एरोहेड जंगली शालीनता, धैर्य से भरी शक्ति और सभी बाधाओं के बावजूद जीवित रहने का प्रतीक थी। रणथंभौर उसे कभी नहीं भूलेगा।”
बता दें, एरोहेड की मौत उसकी बेटी कंकती (T-2507) के मुकुंदरा हिल्स टाइगर रिजर्व में स्थानांतरित होने के कुछ ही घंटों बाद हुई। कंकती ने अप्रैल में 7 साल के एक लड़के को मार डाला था।
कौन थी ‘रणथंभौर की रानी’
RTR फील्ड डायरेक्टर अनूप केआर ने कहा, “यह एक निराशाजनक संयोग है कि उसकी मृत्यु उसी दिन हुई, जिस दिन उसकी बेटी को स्थानांतरित किया जा रहा था। एरोहेड लंबे समय से बीमार थी और उसके शव परीक्षण से पता चला कि उसके कई अंग काम करना बंद कर चुके थे।”
11 वर्षीय एरोहेड अभी हाल ही में तब सुर्खियों में आई थी जब उसने एक मगरमच्छ का शिकार किया था, जिसका वीडियो वायरल हो गया था। वीडियो वायरल होने के बाद एरोहेड की तुलना रणथंभौर की प्रसिद्ध बाघिन मछली से की जाने लगी, जिसे ‘रणथंभौर की रानी’ और ‘मगरमच्छ शिकारी’ के रूप में जाना जाता था।