भारत की निटवेअर राजधानी तिरुपुर के सामने बड़ा संकट खड़ा हो गया है। अमेरिका द्वारा 25% अतिरिक्त टैरिफ लगाने से यहां के निर्यातकों को भारी झटका लग सकता है। अनुमान है कि इस फैसले से करीब 1.5 लाख नौकरियां खतरे में पड़ सकती हैं और लगभग ₹12,000 करोड़ का सालाना निर्यात प्रभावित होगा।
तिरुपुर, जो देश के कुल निटवेअर निर्यात का 68% हिस्सा अकेले संभालता है, ने 2025 में ₹44,747 करोड़ का निर्यात टर्नओवर दर्ज किया था। यहां करीब 10 लाख लोग रोजगार से जुड़े हैं और अमेरिका ही इसका सबसे बड़ा खरीदार है, जो कुल निर्यात का 40% हिस्सा लेता है लेकिन 27 अगस्त से लागू होने जा रही यह ड्यूटी इंडस्ट्री के लिए बड़ी चुनौती बन गई है।
निर्यातकों की मुश्किलें
तिरुपुर एक्सपोर्टर्स एसोसिएशन (TEA) के अध्यक्ष के.एम. सुब्रमण्यम ने बताया कि एक ऑर्डर साइकिल लगभग 120 दिन का होता है और पहले ही ₹4,000 करोड़ का ऑर्डर प्रभावित हो चुका है। उन्होंने कहा,
“अमेरिका से होने वाला ₹12,000 करोड़ का निर्यात अब सीधे खतरे में है।
TEA के ज्वाइंट सेक्रेटरी कुमार दुर्गासामी के अनुसार, “पहले भी भारत वियतनाम और बांग्लादेश से 5-6% महंगा था, लेकिन पुराने संबंधों से काम चल रहा था। अब अतिरिक्त 25% टैरिफ ने यह मॉडल असंभव बना दिया है।”