सोशल मीडिया के दौर में परफेक्ट सेल्फी लेने की होड़ अब जानलेवा बनती जा रही है। एक ताज़ा रिपोर्ट में भारत को सेल्फी के कारण सबसे अधिक जान गंवाने वाला देश बताया गया है। यह रिपोर्ट न्यूयॉर्क पोस्ट में प्रकाशित हुई है, जिसमें द बार्बर लॉ फर्म द्वारा किए गए एक वैश्विक अध्ययन के हवाले से यह खुलासा हुआ है।
2014 से अब तक भारत में 271 हादसे, 214 मौतें
मार्च 2014 से मई 2025 तक की अवधि में दुनिया भर में सेल्फी से संबंधित घटनाओं का विश्लेषण किया गया। रिपोर्ट में बताया गया कि इस अवधि में भारत में सेल्फी के चलते 271 हादसे हुए, जिनमें से 214 लोगों की मौत हुई, जबकि 57 लोग घायल हुए।
सेल्फी के लिए सबसे खतरनाक 10 देश
अध्ययन में दूसरे नंबर पर अमेरिका रहा, जहां 45 घटनाएं हुईं और इनमें 37 लोगों की मौत दर्ज की गई। तीसरे स्थान पर रूस रहा, जहां 19 हादसे हुए और इनमें 18 लोगों की जान चली गई। चौथे नंबर पर पाकिस्तान है, जहां 16 हादसे हुए। वहीं, पांचवें नंबर पर ऑस्ट्रेलिया रहा, जहां 15 हादसे हुए। छठे नंबर पर इंडोनेशिया, जहां 14 हादसे हुए। वहीं, सातवें नंबर पर केन्या, आठवें पर इंग्लैंड, नौवें पर स्पेन और दसवें पर ब्राजील रहा, जहां लगभग 13-13 हादसे हुए।
गिरना है सबसे आम और जानलेवा कारण
रिपोर्ट के अनुसार, सेल्फी से जुड़ी 46% मौतें गिरने के कारण हुईं। इनमें छत, चट्टानें या ऊंची इमारतें शामिल हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि ये हादसे अधिकतर सोशल मीडिया पर ‘वायरल’ बनने की चाहत में होते हैं।
“लाइक्स के लिए जान जोखिम में डालना सही नहीं”
द बार्बर लॉ फर्म के संस्थापक क्रिस बार्बर ने कहा, “हमारा शोध दर्शाता है कि सोशल मीडिया की सनक किस तरह जानलेवा साबित हो रही है। कोई भी फोटो, कोई भी वायरल पोस्ट आपकी जिंदगी से कीमती नहीं हो सकती।”
खतरनाक कंटेंट के चक्कर में लोग भूल रहे सुरक्षा
सेल्फी के लिए साहसिक और जोखिमभरे पलों को कैद करने की प्रवृत्ति लगातार बढ़ रही है। इंस्टाग्राम, टिकटॉक जैसे प्लेटफॉर्म्स पर लोकप्रियता पाने की चाहत ने लोगों को जोखिम उठाने के लिए मजबूर कर दिया है, जिसमें जान तक चली जाती है।