पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली तृणमूल कांग्रेस ने बलिया में बिजली विभाग के दलित अधीक्षण अभियंता पर हमले पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की। उन्होंने आरोप लगाया कि राज्य में सत्तारूढ़ भाजपा के सदस्य बिना किसी डर के दिनदहाड़े दलितों पर ‘बर्बरता’ के साथ हमला कर रहे हैं। बनर्जी ने आरोप लगाया कि भाजपा ‘सबका साथ, सबका विकास’ के नारे की आड़ में दलितों को रौंद रही है।तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) ने सोमवार को अपने आधिकारिक ‘एक्स’ हैंडल पर अंग्रेजी में किए गए एक पोस्ट में कहा, ‘‘उत्तर प्रदेश के बलिया में बिजली विभाग के कार्यालय में एक दलित अभियंता पर उसके ही केबिन में भाजपा के एक नेता ने बेरहमी से हमला किया। उसने उसके सिर पर जूते से वार किया, उसे बार-बार घूंसे मारे और जाति सूचक गालियां दीं।”
टीएमसी ने इसी पोस्ट में कहा, “भाजपा नेता दिन-दहाड़े दलितों पर बर्बरता करने का दुस्साहस कर रहे हैं, क्योंकि उन्हें पूरा भरोसा है कि ना तो पुलिस और ना ही व्यवस्था उनको छूने की हिम्मत करेगी। यह वही पार्टी है जो ‘सबका साथ, सबका विकास’ के खोखले नारों की आड़ में दलितों को जूतों और घूंसों से रौंदती है।”
पोस्ट में कहा गया है, “जब भाजपा नेता अपराधी बन जाते हैं और व्यवस्था उन्हें बचाने के लिए झुक जाती है, तो दलित किस न्याय की उम्मीद कर सकते हैं? जब तक भाजपा को जड़ से उखाड़ नहीं दिया जाता, दलितों पर हमले होते रहेंगे, लोकतंत्र बंधक बना रहेगा और भारत जातिगत अत्याचार की जंजीरों में जकड़ा रहेगा।”
बलिया के अपर पुलिस अधीक्षक (शहर) श्याम कांत ने बताया कि पुलिस ने विद्युत विभाग में कार्यरत अधीक्षण अभियंता लाल सिंह पर हमला करने के आरोप में एक आरोपी उपेंद्र पांडेय को रविवार को गिरफ्तार किया था, जिसे विधिक प्रक्रिया पूरी होने के बाद न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। इससे पहले पुलिस ने रविवार को मुख्य आरोपी भाजपा कार्यकर्ता मुन्ना बहादुर सिंह को गिरफ्तार किया था। इस मामले में गिरफ्तार आरोपियों की संख्या दो हो गई है।