दक्षिणी गाजा के एक अस्पताल पर सोमवार को हुए हमले में मारे गए कम से कम आठ लोगों में चार पत्रकार भी शामिल हैं। मारे गए पत्रकारों में ‘एसोसिएटेड प्रेस’ (एपी) के लिए काम कर रहीं एक स्वतंत्र पत्रकार (फ्रीलांसर) भी शामिल हैं। मरियम डग्गा (33 वर्ष) गाजा युद्ध शुरू होने के बाद से एपी के साथ-साथ अन्य मीडिया प्रतिष्ठानों के लिए भी स्वतंत्र पत्रकार के रूप में काम करती थीं। डग्गा ने भूख से मर रहे उन बच्चों को बचाने के लिए नासिर अस्पताल के चिकित्सकों के संघर्ष पर खबर दी थी, जिन्हें पहले कोई स्वास्थ्य समस्या नहीं थी।
अल जजीरा ने पुष्टि की कि उसके पत्रकार मोहम्मद सलाम नासिर अस्पताल पर हुए हमले में मारे गए लोगों में शामिल थे। ब्रिटिश समाचार एजेंसी ‘रॉयटर्स’ ने बताया कि उसके संविदा कैमरामैन हुसाम अल-मसरी भी हमले में मारे गए। समाचार एजेंसी के अनुसार, रॉयटर्स के संविदा फोटोग्राफर हातेम खालिद भी घायल हो गए। पत्रकार सुरक्षा समिति (सीपीजे) के अनुसार, इजराइल-हमास संघर्ष मीडियाकर्मियों के लिए सबसे खूनी संघर्षों में से एक रहा है। करीब 22 महीने से चल रहे इस संघर्ष में गाजा में कुल 192 पत्रकार मारे गए हैं। सीपीजे के अनुसार, तुलनात्मक रूप से रूस-यूक्रेन युद्ध में अब तक 18 पत्रकार मारे गए हैं। इजराइल के प्रधानमंत्री कार्यालय और इजराइली सेना ने इस घटना पर कोई टिप्पणी करने से इनकार कर दिया।