गाजा पट्टी में भूख और हिंसा का कहर लगातार जारी है। रविवार को गाजा सिटी के पास स्थित एक राहत वितरण केंद्र पर खाद्य सामग्री लेने गए लोगों पर इजरायली सैनिकों की गोलीबारी हुई, जिसमें चार लोगों की जान चली गई। स्थानीय रिपोर्टों के अनुसार, गाजा के विभिन्न हिस्सों में खाद्य सामग्री लेने गए नागरिकों पर फायरिंग की घटनाओं में मरने वालों की संख्या 2,000 से अधिक हो गई है, जबकि 13,500 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं।
भूख के कारण गाजा में आठ और लोगों की मौत हुई है। इन्हें जोड़कर भूख से मरने वालों की संख्या 289 तक पहुँच गई है, जिनमें 115 बच्चे शामिल हैं जो भूख से तड़प-तड़प कर मरे हैं। संयुक्त राष्ट्र ने गाजा सिटी और उसके आसपास के इलाके को आकालग्रस्त क्षेत्र घोषित कर दिया है। खाद्य संकट को कम करने के प्रयास में रविवार को इजरायली वायुसेना के सहयोग से जॉर्डन, यूएई, जर्मनी और इंडोनेशिया के विमानों द्वारा गाजा पट्टी में खाद्य सामग्री गिराई गई।इसी बीच, ऑस्ट्रेलिया के कई शहरों में लोग गाजा की स्थिति के विरोध में रैलियां निकाल रहे हैं। प्रदर्शनकारियों ने सरकार से इजरायल पर प्रतिबंध लगाने की मांग की और गाजा के नागरिकों के लिए तुरंत सहायता की अपील की। विशेषज्ञों का कहना है कि भूख और हिंसा का यह घातक संगम गाजा में मानवीय संकट को और गंभीर बना रहा है, और अंतरराष्ट्रीय समुदाय की तत्काल मदद की जरूरत है।