दक्षिण कोलकाता के एक लॉ कॉलेज में हुई दरिंदगी की ख़बर ने दो माह बाद एक नया स्वरूप धारण कर लिया है। इस प्रकरण में पुलिस ने शनिवार को कोर्ट में लगभग 658 पन्नों का विस्तृत चार्जशीट दाखिल किया है। इसमें चार आरोपियों-TMC छात्र परिषद के पूर्व नेता मनोजीत मिश्र, दो कॉलेज के छात्र (प्रमित मुखर्जी व जैब अहमद), और सिक्योरिटी गार्ड पिनाकी बनर्जी-के खिलाफ संगीन आरोप शामिल हैं
क्या है चार्जशीट में?
पुलिस ने जांच में मिली कई तरह की तकनीकी और वैज्ञानिक जांचों को केस का आधार बनाया है। फोरेंसिक रिपोर्ट में मनोजीत मिश्र का डीएनए पीड़िता की कपड़ों से मिले नमूनों से मेल खाता है-यह आरोपी की सीधे संलिप्तता की पुष्टि करता है। साथ ही, मोबाइल से मिले वीडियो फुटेज ने यौन अत्याचार की स्थिति को स्पष्ट रूप से दिखाया है।
सीसीटीवी फुटेज में भी स्पष्ट दृश्य मौजूद हैं-जिसमें पीड़िता को जबरन गार्ड रूम की ओर ले जाते लोग दिखाई दे रहे हैं। पुलिस ने लगभग 80 गवाहों के बयान, मेडिकल रिपोर्ट, और डिजिटल रिकॉर्ड्स को भी चार्जशीट में शामिल किया है। चार्जशीट के अनुसार, आरोपियों ने एग्जॉस्ट फैन के होल से कई अश्लील वीडियो बनाए थे।
पुलिस ने कहा कि ये सबूत पीड़िता की लिखित शिकायत की पुष्टि करते हैं। पीड़िता ने आरोप लगाया कि मिश्रा ने उसके शादी के प्रस्ताव को मना कर दिया था। इसी बात से गुस्साए आरोपी ने उसके साथ गार्ड रूम में रेप किया। दो अन्य छात्रों ने उसके इस रेप कांड पर नजर रखते हुए उसके वीडियो मोबाइल में रिकॉर्ड कर लिए गए।
अधिकारियों ने क्या कहा?
पुलिस ने यह कदम घटना के भयावह स्वरूप के मद्देनजर न्यायिक प्रक्रिया आगे बढ़ाने की दिशा में उठाया है। कोर्ट में दाखिल चार्जशीट एहतियाती कार्रवाई की एक महत्वपूर्ण कड़ी हैं, जिसमें समुदाय के लिए यह उम्मीद जगी है कि जल्द ही सुनवाई शुरू होगी।
राजनीतिक आयाम
इस घटना ने सीधे राजनीतिक गलियारे तक हलचल मचा दी है। BJP ने पूरे प्रकरण को तुष्टीकरण और सुरक्षा की विफलता से जोड़ा है, जबकि TMC का कहना है कि न्याय सुनिश्चित किया जाएगा और दोषियों पर कानून की सख्त कार्यवाही होगी टर्म्स एंड कंडीशंस समेत।