देश की वित्तीय तस्वीर को पूरी तरह बदलने वाली एक बड़ी पहल की शुरुआत हो चुकी है। अब भारत के हर पोस्ट ऑफिस से म्यूचुअल फंड खरीदे जा सकेंगे। डाक विभाग (Department of Posts) और एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स इन इंडिया (AMFI) ने एक ऐतिहासिक साझेदारी की है, जिसका मकसद है गांव-गांव तक निवेश की पहुंच बढ़ाना। यानी अब न फॉर्म भरने की झंझट, न बैंक जाने की जरूरत, बस पास के डाकघर जाइए और म्यूचुअल फंड में पैसा लगाइए।
ये कदम क्यों है खास?
भारत में अभी तक म्यूचुअल फंड जैसे निवेश विकल्प सिर्फ शहरी और तकनीकी रूप से सशक्त लोगों तक ही सीमित रहे हैं। लेकिन अब देश के 1.5 लाख से ज्यादा डाकघरों के नेटवर्क के जरिए ये सुविधा गांव, कस्बे और दूर-दराज के इलाकों तक पहुंचाई जाएगी।
इसका मकसद है-
वित्तीय समावेशन को मजबूत करना
लोगों को बचत से आगे बढ़कर निवेश की आदत सिखाना
संपत्ति निर्माण की राह आसान बनाना
कब और कैसे हुआ यह समझौता?
मुंबई में AMFI के 30वें स्थापना दिवस के मौके पर डाक विभाग की GM (बिज़नेस डेवलपमेंट) मनीषा बंसल बादल और AMFI के CEO वी.एन. चलसानी ने MoU पर हस्ताक्षर किए। यह समझौता 22 अगस्त 2025 से लागू हो गया है और 21 अगस्त 2028 तक वैध रहेगा। ज़रूरत पड़ने पर इसे आगे बढ़ाया भी जा सकेगा। इस कार्यक्रम में SEBI अध्यक्ष तुहिन कांत पांडे भी मौजूद रहे।
क्या मिलेगा आम लोगों को फायदा?
सीधा फायदा निवेशकों को: अब लोग FD, RD या सोने में पैसे फंसा कर बैठने के बजाय म्यूचुअल फंड में स्मार्ट निवेश कर सकेंगे। पोस्ट ऑफिस कर्मचारी बनेंगे गाइड: वे म्यूचुअल फंड वितरण में प्रशिक्षित होंगे और निवेशकों को सही सलाह देंगे। ग्रामीण अर्थव्यवस्था को ताकत: गांव का हर घर निवेश से जुड़ेगा, जिससे आर्थिक आत्मनिर्भरता बढ़ेगी। महिलाओं और युवाओं को अवसर: घर के पास निवेश सुविधा मिलने से महिलाएं और युवा भी निवेश के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बन सकेंगे।
डेटा सुरक्षा और पारदर्शिता भी तय
-MoU में इस बात का भी विशेष ध्यान रखा गया है कि निवेशक डेटा पूरी तरह सुरक्षित रहे।
-सेवा वितरण पारदर्शी होगा
-निवेशक को सटीक जानकारी और समर्थन मिलेगा
-किसी भी प्रकार की धोखाधड़ी से बचाने के लिए सुरक्षा उपाय लागू होंगे
सरकार और AMFI का मिशन क्या है?
-हर नागरिक तक म्यूचुअल फंड की पहुंच बनाना
-सिर्फ बचत नहीं, वित्तीय ग्रोथ पर जोर देना
-निवेश के जरिए लंबे समय में संपत्ति निर्माण की आदत को बढ़ावा देना
-भारत के हर कोने में वित्तीय साक्षरता फैलाना