आज हम आपको प्रदेश में फिर चर्चा में आए माफिया अतीक अहमद के दामाद, इमरान, और उनके परिवार पर दर्ज की गई पांच नई FIR की विस्तृत जानकारी बताने जा रहे हैं। यह मामला जमीन की धोखाधड़ी से जुड़ा है और इसमें आरोपियों ने फर्जी दस्तावेज़ बनाकर प्लॉट बेचते हुए लोगों को चूना लगाया है। आइए, जानते हैं इस पूरे घटनाक्रम का ब्यौरा।
मामला क्या है?
करेली थाना क्षेत्र से मिली जानकारी के अनुसार, स्थानीय पुलिस ने अतीक अहमद के साढ़ू इमरान, उनके भाइयों—कामरान, जीशान उर्फ जानू—और उनकी मां जाहिदा समेत अन्य पर कुल पांच नई FIR दर्ज की है। इससे पहले अंजुमन आरा (पत्नी परवेज अहमद, JK नगर करेली निवासी) ने भी शिकायत दर्ज करवाई थी। पुलिस ने अब तक कुल छह FIR दर्ज की हैं और जांच जारी है।
आरोप क्या हैं?
प्राप्त जानकारी के अनुसार आरोप है कि इमरान और उनके परिवार ने निम्न प्रकार की साजिश रची—
कूटरचित दस्तावेज़ तैयार – आरोपितों ने जमीन के कागज़ों में फेरबदल कर गलत नंबर अंकित करवाया।
गलत बैनामा व सफेद झूठ – प्लॉट खरीदने वालों के सामने उन्होंने सच छुपाते हुए नकली कागज़ पर हस्ताक्षर करवाए।
मिलकर धोखाधड़ी – एक साजिश के तहत उन्होंने कई व्यक्ति मिलकर पहुंच बनाई और संपत्ति बेची।
एनुद्दीनपुर स्थित 123/124 आरज़ी संख्या वाली जमीन, जो पहले से कुर्क थी, उसके साथ भी यही खेल खेला गया। मार्च 2021 में यह जमीन कारवारी (कुर्की) के तहत बरामद की गई थी।
जमीन पहले क्यों कुर्क थी?
पुलिस के दस्तावेजों के अनुसार, मार्च 2021 में एनसीआर के अंतर्गत एंनुद्दीनपुर क्षेत्र की 123/124 आरज़ी संख्या वाली भूमि को कुर्क किया गया था। कुर्क का मतलब है कि कोर्ट या सरकारी आदेश के बाद उस जमीन को ज़ब्त किया गया।
इस मामले में तत्कालीन थाना प्रभारी राजेश मौर्य के नेतृत्व में इमरान और उनके 12 सहयोगियों के खिलाफ पहले भी FIR दर्ज की गई थी। अब इन नए सबूतों और शिकायतों की वजह से पांच और FIR दर्ज की गई हैं।
पुलिस की कार्रवाई — अब तक क्या हुआ?
प्रारंभिक जांच शुरू
करेली पुलिस जांच में जुट गई है और आरोपितों के दस्तावेज़ों की तहकीकात की जा रही है।
दस्तावेज़ों की पड़ताल
अब तक सामने आए नकली बैनामों, जमीन की रक़ीय संख्या और कुर्क रिकॉर्ड की जांच की जा रही है।
सरकारी आदेश की उपयोगिता
पुलिस ने चार्जशीट तैयार की है, मामले की कानूनी प्रक्रिया आगे बढ़ रही है।
FIR की संक्षिप्त जानकारी
FIR शिकायतकर्ता आरोपी आरोप
1 अंजुमन आरा इमरान व सहयोगी फर्जी दस्तावेज vs जमीन धोखाधड़ी
2-6 पांच पीड़ित इमरान, भाइयों, मां जाहिदा जमीन बेचना, कूटरचित दस्तावेज
जांच प्रक्रिया और कानूनी असर
दस्तावेज़ जांच – पुलिस भू-अभिलेखों, कुर्क आदेश और बैनामा का मिलान कर रही है।
गवाहों का बयान – दोषियों के खिलाफ मजबूत मामले के लिए अभियुक्तों के गवाहों और खरीददारों से भी पूछताछ की जा रही है।
कोर्ट में पेशी – FIR दर्ज होने के बाद आरोपी जल्द ही न्यायालय में पेश किए जाएंगे।
कानूनी दंड – अगर दोष सिद्ध होते हैं, तो भारतीय दंड संहिता की संबंधित धाराओं में सजा हो सकती है, जिसमें भारी जुर्माना और सुनाई जा सकेगी।
माफिया इमरान — कौन हैं?
इमरान, अतीक अहमद के बेचैन दामाद, माफिया गुट से जुड़े बताए जाते हैं। उनकी पहचान कानूनी और अवैध रूप से जमीन की हेराफेरी करने वाले गिजब्बों में होती है। आरोप है कि जमीन खरीदने वाले लोगों को झांसा देकर प्लॉट बेचा गया, जबकि वह पहले से ही गिरफ्तारी, कुर्की या विवादों में फंसा हुआ था।
साजिश की गंभीरता – नकली दस्तावेज, कुर्की और फर्जी बैनामों से खुल रही है भारी मंशा की कहानी।
पुलिस की सक्रियता – तीन बार FIR दर्ज होना इस मामले की गंभीरता को दर्शाता है।
कानूनी लड़ाई जारी – दस्तावेजीय जांच, गवाह बयान और कोर्ट में पेशी अभी बाकी हैं।
नागरिकों के लिए सावधानी – जमीन खरीदते समय पूरा कागज़ी मिलान करें, भू-अभिलेख, कुर्क स्थिति और रक़ीय संख्या की वेरिफिकेशन अनिवार्य करें।