गोरखपुर
लिंक एक्सप्रेसवे पर घरेलू चार पहिया वाहन की अधिकतम गति 120 किलोमीटर प्रति घंटा होगी। खास बात यह है कि 30 जून तक लिंक एक्सप्रेसवे पर टोल टैक्स नहीं लगेगा। यानि जिनको बिना खर्च एक्सप्रेसवे पर चलने का आनंद लेना है उनके लिए 10 दिन का मौका बचा है।
इसके बाद भगवानपुर और सालारपुर में टोल टैक्स देना ही पड़ेगा। पूर्वांचल एक्सप्रेसवे की तरह लिंक एक्सप्रेसवे पर भी बाइक से चला जा सकेगा। इसकी अधिकतम गति सीमा 80 किलोमीटर प्रति घंटे निर्धारित की गई है। हालांकि चालकों को लगातार बताया जा रहा है कि यह अधिकतम गति है, सुरक्षित यात्रा के लिए कम गति में ही चलें।
गति सीमा का उल्लंघन करने वालों का चालन भी काटा जाएगा। इसके लिए कैमरे लगाए जाएंगे। लिंक एक्सप्रेस वे को मजबूती के साथ आरामदायक सफर के लिए बनाया गया है। राइडिंग क्वालिटी (सवारी की गुणवत्ता) और राइडिंग कम्फर्ट (आराम) की जांच स्विट्जरलैंड की ईटीएच यूनिवर्सिटी की तकनीक और उपकरणों से हुई है।
वाइब्रेशन और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर आधारित ईटीएच यूनिवर्सिटी ज्यूरिख स्विट्जरलैंड और इसी यूनिवर्सिटी की स्वतंत्र कंपनी (स्पिन आफ कंपनी) आरटीडीटी लैबोरेटरी एजी की तकनीक और उपकरणों का इस्तेमाल किया गया। इसके अंतर्गत वाइब्रेशन टेक्नोलाजी एंड एक्सीलरोमीटर बेस्ड सात सेंसर (चार राइडिंग क्वालिटी और तीन राइडिंग मोशन के लिए), एस मोशन सेंसर, मिजरमेंट और डाटा कलेक्शन के आवश्यक उपकरण इनोवा वाहन में स्थापित किए गए। इसके अलावा यात्री सुरक्षा के लिए पांच इनोवा, पांच कैम्पर, चार एम्बुलेंस, दो क्रेन और एक हाइड्रा वाहन भी लिंक एक्सप्रेसवे पर किसी भी आपात स्थिति के लिए उपलब्ध रहेंगे।
यह होगी गति सीमा
- कार – 120 किलोमीटर प्रति घंटा
- नौ या ज्यादा सीट वाले यात्री वाहन – सौ किलोमीटर प्रति घंटा
- माल ढुलाई वाले वाहन – 80 किलोमीटर प्रति घंटा
- बाइक – 80 किलोमीटर प्रति घंटा
सिर्फ तीन एक्सप्रेसवे पर ही बाइक की अनुमति
एक्सप्रेसवे पर वाहनों की गति ज्यादा होने के कारण बाइक चलाने पर रोक लगाई जाती है लेकिन पूर्वांचल एक्सप्रेसवे, बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे और अब लिंक एक्सप्रेसवे पर बाइक चलाने की अनुमति दी गई है।