नीलामी के तहत गोरखपुर लायंस ने छह, काशी रुद्रास ने 11, कानपुर सुपरस्टार्स ने आठ, लखनऊ फाल्कंस और मेरठ मेवरिक्स ने छह-छह खिलाड़ी अपने-अपने साथ जोड़े।
नीलामी में पहली बार रेलवे के खिलाड़ी

बुधवार को लखनऊ के द सेंट्रम होटल में आयोजित मिनी आक्शन में पहली बार रेलवे के लिए खेल रहे यूपी के खिलाड़ियों को शामिल किया गया। डीएस चौहान ने बताया कि भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) से मंजूरी मिलने के बाद रेलवे के उन खिलाड़ियों को ही नीलामी में शामिल किया गया है, जो यूपी के मूल निवासी हैं। इस फैसले से लीग का स्तर और बढ़ेगा।
टैलेंट हंट से चयनितों को अब मिलेंगे दो लाख

डीएस चौहान ने बताया कि तीसरे सत्र में टैलेंट हंट के जरिये चयनित होने वाले खिलाड़ियों के मानदेय में 50 हजार रुपये की वृद्धि की गई है। दरअसल, प्रत्येक टीमें 18 के अलावा सात क्रिकेटर टैलेंट हंट के जरिये अपने साथ जोड़ती हैं। पहले और दूसरे संस्करण में इन खिलाड़ियों को डेढ़ लाख रुपये मिलते थे, लेकिन आगामी सत्र में इसे बढ़ाकर अब दो लाख रुपये कर दिया गया है।
सीनियर यूपी टीमों के प्रदर्शन पर गोलमोल जवाब

नीलामी प्रक्रिया के दौरान उत्तर प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन (यूपीसीए) की ओर से एक साल का रिपोर्ट कार्ड जारी किया गया, जिसमें संघ के पदाधिकारियों की ओर से प्रदेश के जूनियर और महिला वर्ग की टीमों की सराहना की गई।
हालांकि, उत्तर प्रदेश सीनियर पुरुष टीमों के खराब प्रदर्शन के सवाल पर सचिव अरविंद श्रीवास्तव ने गोलमोल जवाब दिए। उन्होंने इस समय हमें टी-20 लीग से जुड़े सवाल ही पूछने चाहिए।
जीशान को अधिक मौका न देने पर भी स्पष्ट जवाब नहीं
यूपीसीए के सचिव से जब यह पूछा गया कि पिछले साल यूपी टी-20 लीग में सर्वाधिक विकेट लेने वाले खिलाड़ी लखनऊ के जीशान अंसारी को आखिर उत्तर प्रदेश की सीनियर टीमों में मौका क्यों नहीं दिया गया?
इस पर अरविंद श्रीवास्तव ने कहा, यह मेरा काम नहीं है। किस खिलाड़ी को खेलना है और किसे नहीं, यह फैसला चयन समिति और कोच का होता है। यदि वह अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं तो जरूर मौका मिलना चाहिए।