अब जिले को एक पुस्तिका होगी, जिसमें जिले में निबंधित प्रोजेक्ट्स, निबंधित रियल एस्टेट एजेंट से संबधित सूचना होगी। साथ ही जिले के आयोजना क्षेत्र की विस्तृत जानकारी एवं प्रोजेक्ट्स एवं प्रोमोटर्स की रैंकिंग की सूचना होगी। इस कदम का उद्देश्य जिले को विस्तृत सूचना प्रदान करना है, ताकि वे रेरा कानून का उलंघन करने वाले अनिबंधित प्रोजेक्ट्स के प्रमोटर्स एवं एजेंट्स की सूचना प्राधिकरण को दे सकें, ताकि उनपर कानूनी करवाई की जा सके।
रेरा ने सभी जिलाधिकारियों व आरक्षी अधीक्षकों को यह सुविधा देगा कि अगर कोई पीड़ित शिकायत करते हैं तो वे रेरा बिहार के पोर्टल पर शिकायत डाल सकें, ताकि त्वरित कारवाइ की जा सके।
जिला प्रसशान से रेरा अधिनयम के प्रावधानों के अनुपालन के लिए रिपोर्ट प्राप्त करने के लिए प्रपत्र तैयार कर सभी जिलों को दिया गया है। वहीं रिपोर्ट भी नियमित रूप से भेजने के लिए कहा गया है। ताकि घर खरीदारों के हितों की रक्षा हो सके।

गैर निबंधित परियोजनाओं पर कसेगा रेरा का शिकंजा

भू-संपदा विनियामक प्राधिकरण (रेरा) गैर निबंधित परियोजनाओं पर शिकंजा कसेगा। रेरा के सचिव आलोक कुमार व मीडिया सलाहकार संजीव वर्मा दो दिवसीय दौरे भागलपुर पहुंचे। इनके साथ विधि प्रतिनिधि अंकित कुमार, अभिनय प्रियदर्शी, ऋषभ राज, ओजस्वी ईशानी, वास्तुविद प्रतिनिधि मोना कौशिकी, अभियंता प्रतिनिधि विवेक प्रकाश, आदित्य शशांक, अभिनव कुमार थे।

इनके सहयोग के लिए जिला प्रशासन की ओर से वरीय उपसमाहर्ता चंदा भरती, कुमार मिथिलेश प्रसाद सिंह, कृष्ण मुरारी, जिला आपूर्ति पदाधिकारी राज कुमार, नाथनगर के अंचल अधिकारी रजनीश कुमार, सुल्तानगंज के अंचल अधिकारी रवि कुमार, जगदीशपुर के राजस्व अधिकारी खुशबू आजम, सबौर के अंचल अधिकारी सौरभ कुमार को लगाया गया था।
रेरा द्वारा जिले में जगदीशपुर, सबौर व गोराडीह आदि स्थानों के परिक्षेत्र में कतिपय प्लाटेड परियोजनाओं का बेतरतीब व सघन विकास, रेरा से गैर निबंधित परियोजनाओं, विशेष रूप से प्लाटेड परियोजनाओं को चिन्हित किया गया है।