मोरारी बापू के आगमन पर श्रद्धालुओं और उनके अनुयायियों में जबरदस्त उत्साह देखने को मिला। विश्वनाथ धाम परिसर में भी उनके पहुंचते ही भक्ति और श्रद्धा का वातावरण और भी दिव्य हो गया। काशी के संतों और श्रद्धालुओं ने मोरारी बापू का पुष्पवर्षा और जयकारों के साथ स्वागत किया।
बापू ने काशी को आत्मा की नगरी बताते हुए कहा कि यहां कथा कहना केवल एक आयोजन नहीं, बल्कि एक साधना है। यह नगरी हर कथावाचक के लिए सपना होती है और मेरे लिए यह सपना आज साकार हो गया।