3.0kViews
1864
Shares
वाराणसी
प्रबंधकीय व्यवस्था के तहत अग्रसेन कन्या पीजी कॉलेज में नियुक्त 40 शिक्षकों के नौकरी खतरे में है। प्रबंधन इन शिक्षकों को जुलाई से कार्यमुक्त करने का निर्णय लिया है। संस्था की प्रबंधक डा. मधु अग्रवाल ने इन शिक्षकों को नोटिस भी दे रही है।
नोटिस मिलने के बाद प्रबंधकीय कोटे के शिक्षकों में रोष व्याप्त है। इस क्रम में शिक्षकों का एक प्रतिनिधि मंडल शुक्रवार को जवाहर नगर स्थित पीएम के संसदीय कार्यालय में भाजपा विधायक नीलकंठ तिवारी को एक पत्रक भी सौंपा है। इसमें कहा गया है कि प्रबंधकीय योजना के तहत हम लोग 20 से 25 वर्षों से शिक्षण कार्य कर रहे हैं। शैक्षणिक के साथ-साथ सामाजिक व सांस्कृतिक गतिविधियों में सक्रिय योगदान दे रहे थे।
वहीं प्रबंधन अब मनमाने से सेवा से मुक्त कर दिया। प्रबंधक ने कार्यमुक्त करने की नोटिस वाट्स-एप पर दी है। इसमें कहा गया है कि रिक्त पदों के सापेक्ष प्रबंधकीय कोटे से शिक्षकों की नियुक्ति की गई थी। वहीं, अब रिक्त पदों स्थायी नियुक्ति की जा चुकी है। दूसरी ओर कालेज में छात्राओं की संख्या काफी घट गई है।
ऐसे में गत 27 मई को हुई प्रबंध समिति की बैठक के निर्णय के आधार पर जुलाई माह से आपकी सेवा समाप्त करने का निर्णय लिया गया है। संबंधित विभाग से अनापत्ति प्रमाणपत्र प्राप्त कर लेखा विभाग से बकाया वेतन ले लें।
वित्तीय गड़बड़ी और निजी हितों की भी शिकायत
शिक्षकों ने प्राचार्य और प्रबंधक पर महाविद्यालय की दान में मिली सुविधाओं के व्यवसायिक इस्तेमाल का आरोप भी लगाया गया है। शिक्षकों का कहना है कि एक विशेष एजेंसी को बिना टेंडर प्रक्रिया के लाखों रुपये का भुगतान कर कालेज के विभिन्न कार्य कराए जा रहे हैं।