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पटना
बिहार राज्य शहरी आधारभूत संरचना विकास निगम, (बुडको) ने दीघा में बन रहे सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी) को अंतिम रूप देने की तैयारी शुरू कर दी है। सबसे पहले कुर्जी नाले को दीघा एसटीपी से जोड़ा जाएगा। सबसे अंत में इससे मंदिरी नाला को जोड़ा जाएगा। 20 जून को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा एसटीपी के उद्घाटन की तैयारी चल रही है।
पहलवान घाट के पास बन रहा संप हाउस
मंदिरी नाले का पानी दीघा एसटीपी तक लाने के लिए पहलवान घाट पर संप हाउस का निर्माण किया जा रहा है। मंदिरी नाला का पानी सबसे पहले पाइप के माध्यम से पहलवान घाट लाया जाएगा। वहां से संप के माध्यम से इसे दीघा एसटीपी तक पहुंचाया जाएगा। मंदिरी नाला का पानी दीघा एसटीपी तक पहुंचाने में अभी समय लगेगा।
300 किलोमीटर नेटवर्क एरिया है दीघा एसटीपी का
दीघा एसटीपी का नेटवर्क एरिया 300 किलोमीटर निर्धारित है। यहां पर दीघा नहर से लेकर गोलघर तक के घरों का गंदा पानी शुद्ध करने की व्यवस्था की गई है। यहां पर घरों से निकलने वाले गंदे पानी को शुद्ध करने की व्यवस्था की गई है। दीघा एसटीपी राज्य का सबसे बड़ा एसटीपी बनकर तैयार हुआ है। इसकी क्षमता 100 एमएलडी निर्धारित की गई है।
फीकल कालीफार्म की मात्रा में आएगी गिरावट
दीघा एसटीपी को चालू हाेने के बाद राजधानी के आसपास गंगा में बढ़ रहे फीकल कालीफार्म की मात्रा में कमी आने की उम्मीद की जा रही है। गंगा के पानी में प्रदूषण का मूल कारण फीकल काली फार्म है, जो मानव मल-मूत्र से पैदा होता है। इसी के मद्देनजर नमामि गंगे प्रोजेक्ट के तहत इसे रोकने की कोशिश की जा रही है।