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वाराणसी
जेठ के आतप से समस्त जीव जगत त्रस्त है। प्रचंड तापमान और गर्मी से सभी परेशान हैं, ऐसे में भक्तों के भाव में अपने भगवान का ख्याल आता है। जगत के पालनहार भी तो आखिर इसी गर्मी से गुजर रहे हैं। ऐसे में भावुक भक्त जेठ की पूर्णिमा को नाथाें के नाथ जगन्नाथ की ओर धाएंगे, असि घाट से गंगाजल लेकर उन्हें खूब नहलाएंगे।
भोर में पांच बजे मंगला आरती से आरंभ अति स्नान का यह क्रम देर रात तक अनवरत चलता रहेगा। भक्त अपने भगवान को गर्मी के ताप से बचाने के लिए हर जतन करने को उद्यत नजर आएंगे। इसी लोक स्नान के साथ रथयात्रा मेला के आधार विधान भी आरंभ हो जाएंगे।
श्रीजगन्नाथ मंदिर ट्रस्ट के सचिव पं. शैलेश त्रिपाठी ने बताया कि जेठ मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि, दिन बुधवार को असि स्थित जगन्नाथ मंदिर में नाथों के नाथ भगवान जगन्नाथ, बहन सुभद्रा और भैया बलभद्र का भक्तों द्वारा भव्य जलाभिषेक किया जाएगा। ट्रस्ट श्रीजगन्नाथजी के तत्वाधान में प्रातः पांच बजे असि घाट से भव्य कलश यात्रा निकालकर भक्तजन मंदिर पहुंंचेंगे और भगवान जगन्नाथ का गंगाजल से अभिषेक करेंगे।
सर्वप्रथम भगवान जगन्नाथ काे 51 मिट्टी के कलशों में भरे गंगाजल से स्नान कराया जाएगा। इसके पश्चात विधि विधान से पूजन अर्चन किया जाएगा। जलाभिषेक व पूजन में ट्रस्ट के मुख्य ट्रस्टी दीपक शापुरी, ट्रस्ट श्रीजगन्नाथ के अध्यक्ष पूर्व एमएलसी बृजेश सिंह, ट्रस्ट के ट्रस्टी एवं सदस्यों सहित काशी के विभिन्न मठ मंदिरों के संत महंत, अनेक विश्वविद्यालयों के प्रोफेसर, नगर के विद्वतजन, सम्मानित व्यवसायी लोगों के साथ साथ नगरवासी भी उपस्थित रहेंगे।
जलाभिषेक यात्रा में डमरू दल, इस्कान मंदिर की कीर्तन मंडली प्रमुख आकर्षण के केंद्र होंगी। पूजन-अर्चन के बाद सामान्य भक्त पूरे दिन प्रभु का गंगाजल से अभिषेक करते रहेंगे, यह क्रम देर रात तक अनवरत चलता रहेगा।