2.2kViews
1804
Shares
गोरखपुर
गीडा में बनाई जा रही फ्लैटेड फैक्ट्री अब जुलाई में पूरी हो सकेगी। गीडा प्रशासन ने इसके निर्माण कार्य की समय सीमा फिर से बढ़ा दी गई है। वहीं इस फ्लैटेड फैक्ट्री में गीडा प्रशासन कुछ अतिरिक्त सुविधाएं भी उपलब्ध कराने जा रहा है। फ्लैटेड फैक्ट्री की चौथी मंजिल तक रैंप का निर्माण कराया गया है। साथ ही दो लिफ्ट लगाए गए हैं।
इससे यहां फैक्ट्री लगाने वाले उद्यमियों को काफी सुविधा तो होगी, लेकिन इन बढ़ी सुविधाओं के लिए अब आवंटियों को अतिरिक्त रकम भी चुकानी होगी। क्योंकि चौथी मंजिल तक रैंप और लिफ्ट लगाए जाने से लागत बढ़ी है। इसी आधार पर लागत मूल्यांकन निकालने के बाद फ्लैट की कीमत निर्धारित होगी।
रेडीमेड गारमेंट उद्यमियों के लिए बनाए गए फ्लैटेड फैक्ट्री के आवंटन की प्रक्रिया में अभी कुछ और समय लगने की आशंका दिख रही है। पहले गीडा प्रशासन ने जून से आवंटन की प्रक्रिया शुरू करने की रणनीति तैयार की थी, लेकिन अब इसमें जुलाई तक का समय लगने की संभावना दिख रही है। बोर्ड बैठक में फ्लैट के पूरी तरह से आवंटन या किराएदारी पर देने के संबंध में नीति तय करने की तैयारी थी। लेकिन बोर्ड बैठक में इसके संबंध में कोई निर्णय नहीं लिया जा सका।
इस फ्लैटेड फैक्ट्री को करीब 40 करोड़ रुपये की लागत से बनाया गया है। इसमें कुल 80 इकाइयां स्थापित की जाएंगी। दरअसल फ्लैटेड फैक्ट्री एक बहुमंजिला भवन होता है जिसमें कई अलग-अलग इकाइयां होती हैं। यह उन उद्यमियों के लिए एक अच्छा विकल्प हो सकता है जो कम पूंजी के साथ कारोबार शुरू करना चाहते हैं।
हर उद्यमी को एक हजार वर्ग फीट का निर्मित क्षेत्रफल उपलब्ध कराया जाएगा। वहीं कोई उद्यमी अपनी जरूरत के अनुसार एक-एक हजार वर्ग फीट के कई स्थानों का आवंटन करा सकता है। एक लाख वर्ग फीट में बनी फ्लैटेड फैक्ट्री में उद्यमियों को बिजली, पानी, बाजार से लेकर प्रदूषण मुक्त माहौल गीडा प्रशासन मुहैया कराएगा।
फ्लैटेड फैक्ट्री का निरीक्षण किया गया है। अब इसके जुलाई में पूरा होने की संभावना है। इसमें कुछ सुविधाएं भी बढ़ी हैं। इससे लागत भी बढ़ी है।इन सबका मूल्यांकन के बाद फ्लैट की कीमत तय होगी।