बीटेक इन सीईएम ( चार वर्षीय कोर्स): यह प्रोग्राम छात्रों को भावी डिजिटल इंजीनियरिंग में अच्छा करियर बनाने के लिए तैयार करेगा। इसमें भौतिक प्रणालियों का कम्प्यूटेशनल और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के साथ तालमेल होगा। इसमें मशीन लर्निंग, डेटा साइंस और हाई- परफॉर्मेंस कंप्यूटिंग सहित अत्याधुनिक कम्प्यूटेशनल विधियों को एकीकृत किया जाता है।
साथ ही ठोस और द्रव यांत्रिकी, कोर इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग (सर्किट, सिग्नल और एम्बेडेड सिस्टम), सामग्री विज्ञान व गतिशीलता का आधारभूत प्रशिक्षण भी दिया जाता है। इस कोर्स को करने के बाद छात्र एयरोस्पेस, रोबोटिक्स, ऑटोमोटिव, विनिर्मान, डिजिटल ट्विन डिजाइन, स्मार्ट इंफ्रास्ट्रक्चर, स्थायी ऊर्जा और साथ ही सस्टेनेबल कंप्यूटिंग जैसे उभरते क्षेत्रों में अपने कैरियर को निखार सकेंगे।

बीटेक इन आइबीएमई (चार वर्षीय)

इस कोर्स को देश में तेजी से बढ़ते चिकित्सा उपकरण क्षेत्र को ध्यान में रखते हुए शुरू किया गया है। इनमें छात्रों को इलेक्ट्रिकल व इंस्ट्रूमेंटेशन इंजीनियरिंग में मजबूत नींव के साथ-साथ कोर बायोमेडिकल इंजीनियरिंग जोड़ कर नेक्सट-जेन मेडिकल डिवाइस विकसित करने का प्रशिक्षण दिया जाएगा।
ये सभी बायोमेडिकल इंजीनियरिंग पर केंद्रित होंगे। इस कोर्स को करने वाले छात्र चिकित्सा उद्योग उपकरण उद्योग, रिहैबिलिटेशन की तकनीक और एआई से संचालित स्वास्थ्य सेवा प्रणालियों में अपने कैरियर बना सकते है।